भगवानपुर , बेगूसराय : राज्य सरकार भले ही सरकारी दफ्तरों को व्यवस्थित और सुसज्जित बनाने के प्रयास में है लेकिन सरकारी बाबुओं की मनमानी आए दिन दिखता रहता है राष्ट्र संवाद की टीम भगवानपुर प्रखंड कार्यालय की स्थिति को भांपने पहुंची तो पाया कि प्रखंड कार्ययाल में प्रधान लिपिक तेजनरायण सिंह अपने कुर्सी पर सोए हुए हैं और पैर को टेबुल पर रखे हुए ।आखिर यह किया दिखाना चाहते हैं जो हम कर रहे हैं वो सही है या सरकार ने नियम बनाई है वह सही हैं।जबकि इस कार्यालय में भर दिन आम जनता का आना जाना होता है ।फिर भी नियमों को ताख पर रख कर किया दिखाना चाहते हैं ।
जनाब यह सरकारी दफ्तर है या मुखिया जी का दलान।
एक बात बताइए की सरकारी दफ्तर नियम से चलता है या मुखिया जी का दलान हैं , जब जैसे मन करे सो जाए।और कार्यालय में आने जाने पब्लिक से कोई मतलब नहीं है ।
प्रधान लिपिक भी मानव हैं नींद आ जाती होगी पर क्या नियम को भी भूल जायेगा महराज।
प्रधान लिपिक भी मानव हैं स्वाभाविक है कि इस भीषण गर्मी में नींद आ जाती होगी पर क्या नियम को भी महराज भूल जाइएगा ये पहले सरकारी दफ्तर है और पब्लिक प्लेस भी कुछ तो पब्लिक का भी इज्जत कर लीजिए ।ये कहा का नियम है कि प्रखंड कार्यालय में नींद आए तो सरकारी कुर्सी पर बैठे और टेबुल पर पैर रख कर सो रहे हैं जहां टेबुल पर सरकारी कागज और फाइल का जगह है वहा पैरा रखना मुनासिब है क्या। कुल मिलाकर ये समझते हैं छोटे पद पर हैं तो क्या पावर में हैं।