जमशेदपुर के साकची स्थित एक होटल में शौर्य संस्था द्वारा अपनी पहली वर्षगांठ मनाई गई जहां इस वर्ष गांठ में शहीद सैनिकों के परिजनों समेत पूर्व सैनिक और विभिन्न क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया
इस पहली वर्षगांठ पर शौर्य संस्था द्वारा देश भक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया तत्पश्चात अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया पूर्व सैनिकों को भी सम्मान दिया गया इतना ही नहीं स्वास्थ्य शिक्षा और विभिन्न क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करने वाले युवाओं पुरुष बच्चों सभी को सम्मानित किया गया कार्यक्रम के दौरान शहीद बीएसएफ जवान किशन दुबे की माता का दर्द छलक उठा
जहां उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनके बेटे ने देश सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी है पर उनके बेटे को तभी सम्मान मिलेगा जब उनके बेटे की प्रतिमा शहर के किसी भी कोने में स्थापित की जाए उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ आश्वासन मिल रहा है जो सम्मान नहीं अपमान है