अखिल भारतीय साहित्य परिषद जमशेदपुर इकाई के तत्वाधान में कल नरवा पहाड़ की वादियों और गुर्रा नदी की कलकल के ध्वनि के बीच वन भोज का आयोजन किया गया ।
इस वन भोज में सबसे पहले संस्था की संरक्षिका आदरणीय मंजू ठाकुर को श्रीफल देकर उनका सम्मान किया गया। तत्पश्चात वन भोज में साहित्यिक प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम रखा गया जिस का संचालन डॉक्टर अरुण शर्मा ने किया। इस साहित्यिक प्रश्नोत्तरी में सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
तत्पश्चात काव्य गोष्ठी भी आयोजित की गई जिसकी शुरुआत आदरणीय डॉक्टर रागनी भूषण जी के द्वारा गाए गए सरस्वती वंदना के साथ की गई , कवि और कवयित्रियों ने इसमें अपनी अपनी प्रस्तुति दी। मनीषा सहाय सुमन जी रांची से इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने अपनी सहेलियों के संग उपस्थित हुई थी।
इस वनभोज में संस्था के अंतर्गत आने वाली पत्रिका पर भी विचार विमर्श किया गया। वनभोज को सफल बनाने में शैलेंद्र पांडे शैल ,जयंत श्रीवास्तव, डॉ अनीता शर्मा, वसंत जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वनभोज में संस्था से जुड़े सभी सदस्य शामिल थे ।
स्थान और भोजन के समुचित व्यवस्था के लिए बालकृष्ण शर्मा नवीन और कुमार मनीष जी को सबों ने हार्दिक धन्यवाद प्रेषित किया।