दयानंद कश्यप की रिपोर्ट
तेघड़ा ,बेगुसराय :राईन समाज आज सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक समेत विभिन्न क्षेत्र में पिछड़ा है। जबकि इसकी आबादी किसी अन्य बिरादरी से कम नहीं है। इसका कारण यह है कि हम में एकता नहीं है.शिक्षा नहीं है।जब तक हम शिक्षित नहीं होते,अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं देते तब तक हम अपने अधिकारों से भी वंचित ही रहेंगे। उक्त बातें रविवार को तेघड़ा नगर परिषद के तेघड़ा बाज़ार स्थित कन्हैया भवन में जिला जमीयतुराईन की एक दिवसीय सेमिनार को संबोधित करते हुए मुंगेर प्रमंडल अध्यक्ष सह आरजेडी नेता मो मकबूल आलम ने कहा कि राजनीतिक क्षेत्र में भी हमारी उपस्थिति नहीं के बराबर है,जबकि देखे तो अन्य बिरादरी के लोगों की उपस्थिति सम्मानजनक है। जबतक हम अपने बच्चों को अपने समाज को शिक्षा से नहीं जोड़ेगे तबतक हमारा विकास संभव नहीं है। सेमिनार की अध्यक्षता अल्पसंख्यक प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव हाजी मास्टर मो मोबीन अख्तर ने किया।जबकि मंचसंचालन जमीयतुर राईन के प्रदेश महासचिव मो शकील बेग और मो अशरफ़ कमाल ने संयुक्त रूप से किया।वहीं उक्त सेमिनार को संबोधित करते हुए बलिया नगर परिषद के चेयरमेंन जमाल उद्दीन ने कहा कि राईन बिरादरी के लोग जागरूक हो,उन्हें शिक्षा की अहमियत बताई जाए। उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाए इसके लिए हमें अपना संगठन बनाना होगा,गांव-गांव जाना होगा। राईन बिरादरी का देश के विकास में किसी से कम योगदान नहीं है। इसके बावजूद आज तक अपनी पहचान नहीं बना पाई। आज इस बैठक के माध्यम से हमें संकल्प लेना होगा कि यहां से जाने के बाद हमारा कोई बच्चा स्कूल से बाहर नहीं रहेगा। जब तक हम अपनी बेटियों को नहीं पढ़ाएंगे हमारा समाज पिछड़ा ही रहेगा। हर बिरादरी की तरक्की का मार्ग शिक्षा से ही खुलता है। वही सेमिनार को संबोधित मो0 असजद अली और मो नगीना पूर्व जिला पार्षद,अनवर हैरान,अब्दुल सत्तार, असगर इमाम मुखिया ने संयुक्त रूप से कहा कि राईन समाज का बेगुसराय के 1158 गांव में लगभग 400 गाँव मे राईन बिरादरी आबाद है।इस समाज का इतिहास शानदार रहा है।युबाओं को इस हकीकत से आगाह कर उनको जाती के कुर्बानी को बताकर राईन के विकाश के लिए आगे लाने की जरूरत है।इस मौके पर अब्दुस समद, मो इरशाद पूर्व मुखिया, मो शकील रज़ा, मो अनवर हैरान, मो0 असजद अली राईन, मास्टर मो शमशेर आलम, एजाज रसूल फरीदी, मो इरशाद,मौलाना दाऊद रहमानी, मो रहमत सरपंच, मो नौशाद, मो रिजवान उस्मानी, मो अजहर कमाल,हाफ़िज़ मो समीउल्लाह, हाफ़िज़ मुनाजिर हुसैन, मौलाना फ़ैज़उर रहमान, हाफ़िज़ मंसूर, मो तसगिर, हाजी मो कासिम, मुखिया मो0 चांद,मो0 शहाबुद्दीन,कैसर परवेज,मो0 संजात समेत बेगूसराय जिला के विभन्न प्रखंडों से सैकडो राईन बिरादरी के लोग शामिल हुए।