राहुल गांधी ने कहा- एमपी विधानसभा चुनाव में जीतेंगे 150 सीटें, शिवराज सिंह चौहान बोले- ख्याली पुलाव पकाते रहें
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में जो हुआ वह मध्य प्रदेश में भी दोहराया जाएगा। पार्टी यहां 150 सीटें जीतेगी। वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर राहुल को ख्याली पुलाव पकाना है तो पकाते रहें। भाजपा 200 से अधिक सीटें जीतेगी।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को भरोसा जताया कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में 150 सीटें जीतेगी। एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी की चुनावी तैयारियों की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी कर्नाटक में जीत के बाद मध्य प्रदेश में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखेगी। एमपी विधानसभा में 230 सीटें हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- भाजपा जीतेगी 200 से ज्यादा सीटें
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी के बयान पर कहा, ”मन को बहलाने को बाबा ख्याल अच्छा है। भाजपा मध्य प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटें जीतेगी। अब उनको ख्याली पुलाव पकाने हैं तो पकाते रहें।”मल्लिकार्जुन खरगे के साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की बैठक
राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ मध्य प्रदेश के शीर्ष पार्टी नेताओं की बैठक की, जहां सभी राज्य के नेताओं ने पार्टी के भीतर एकता पर जोर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और एआईसीसी प्रभारी पी अग्रवाल बैठक के दौरान नाराजगी जताने वालों में शामिल थे। बैठक के बाद पत्रकारों से राहुल ने कहा,गांधी ने नाथ के पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा होने के सवाल को टाल दिया। वहीं, अग्रवाल ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी नेताओं ने अपनी राय दी। राहुल, खरगे और के सी वेणुगोपाल की मौजूदगी वाली बैठक का ब्योरा देते हुए अग्रवाल ने कहा, ‘सभी ने महसूस किया कि सभी नेताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए और पार्टी को राज्य में जीत दिलाने में मदद करनी चाहिए।’
कमलनाथ ने कहा,यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस कर्नाटक की तरह गारंटी देगी,
कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में ‘नारी सम्मान योजना’ के साथ शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा,पायलट और गहलोत से भी मिलेंगे खरगे
खरगे राजस्थान के पार्टी नेताओं के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे, जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सचिन पायलट उपस्थित रहेंगे। गहलोत बैठक के लिए पहले ही राष्ट्रीय राजधानी पहुंच चुके हैं। इन बातचीत में राज्य इकाई प्रमुखों के साथ-साथ दोनों चुनावी राज्यों के पार्टी प्रभारी शामिल होंगे। ये पार्टी कैडरों को सक्रिय करने और इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार करने के कांग्रेस के प्रयासों का भी हिस्सा हैं।