कदमा शास्त्री नगर हिंसा मामले में पुलिस ने दोनों पक्ष की तरफ से लगभग 100 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, वही 1100 सौ लोगों पर केस दर्ज किया गया था, वहीं इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता और हिंदू संगठन के लोगों को भी हिंसा मामले में पुलिस ने जेल भेज दिया था जिसको लेकर लगातार विरोध शहर में देखने को मिल रहा था और पुलिस पर निर्दोषों को जेल भेजने का आरोप लगाया जा रहा था
हालांकि कोर्ट द्वारा हिंदू संगठन के लोगों को बेल मिला, जेल से छोटे हैं हिंदू संगठन के लोग विधायक सरयू राय के पास पहुंचे और घटना की जानकारी देते हुए, अन्य निर्दोषों को भी बाहर निकालने की मांग की है, विधायक सरयू राय ने कहा कि जमशेदपुर कदमा हिंसा मामले में तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है और सरकार के साथ यहां के मंत्री बन्ना गुप्ता के इशारे पर पुलिस दबाव में निर्दोषों को जेल भेजा गया है जिसका वह लगातार विरोध कर रहे हैं, आज शहर की जनता देख रही है कि किस तरह शहर में इस मामले में तुष्टिकरण की राजनीति की गई है और निर्दोष
भाजपा के नेता और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को पुलिस झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने का काम की है, पर हम लोगों को भरोसा है जल्द ही अन्य लोगों को भी बेल मिलेगा मगर जिस तरह शहर में को फंसाया गया है जनता इसका जवाब देगी।