हजारीबाग दंपति की हत्या मामले में पुलिस प्रशासन ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार , कार, कुल्हाड़ी और मोबाइल बरामद
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिला में हजारीबाग की दंपति की हत्या के मामले का पुलिस प्रशासन ने उद्भेदन कर लिया है। इस हत्या मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने कार, कुल्हाड़ी और मोबाइल बरामद किया है। पश्चिमी सिंहभूम जिला के चक्रधरपुर थाना अंतर्गत ग्राम उटुटुवा में 20 दिसंबर को एक अज्ञात व्यक्ति की सरकटी लाश बरामद किया गया था। ठीक उसके दो दिन बाद 22 दिसंबर को मुफस्सिल थाना के आचू गांव में सड़क किनारे एक अज्ञात महिला का लाश बरामद किया गया था। इस घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। पुलिस के लिए ये दोनों घटना चुनौती बनी हुई थी। पुलिस मामले का उद्भेदन करने में जुटी हुई थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था।
सर कटी लाश होने के कारण शव का पहचान नहीं हो पा रहा था। पुलिस ने घटना को चुनौती लेते हुए आखिरकार मामले का उद्भेदन कर ही दिया। पुलिस अनुसंधान के क्रम में सूचना मिली कि हजारीबाग जिले के रहने वाले एक दंपति 17 दिसंबर को पश्चिमी सिंहभूम जिला पहुंचे थे। चाईबासा पहुंचने के बाद 19 दिसंबर की रात्रि से उनके परिजनों का उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। परिजनों को सूचना मिलने पर शवों का पहचान कराया गया। शव का पहचान हजारीबाग के निवासी निर्मला एक्का और रश्मि मोनिका सनमानी के रूप में किया गया। कांड उद्भेदन करने की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक ने सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बहामन टुटी को सौंपी। टीम ने मामले का उद्भेदन करते हुए घटना के आरोपी राम राय सुरीन, मंगता सुरीन और बुधन सिंह संवैया को गिरफ्तार कर लिया।
राम राय सुरीन और मंगता सुरीन सोनुवा थाना के देवावीर गांव का रहने वाला है, जबकि बुधन सिंह संवैया झींकपानी थाना के केलेंडे गांव का रहने वाला है। गिरफ्तार राम राय सुरीन ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि वर्ष 2012 से सोनुवा थाना कांड में मंडल कारा हजारीबाग में सजायाफ्ता था। कैदी के रूप में सजा काट रहा था। इसी दौरान इसकी दोस्ती मंडल कारा में गार्ड के रूप में काम कर रहे हजारीबाग निवासी सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी निर्मल एक्का से हो गई। इसके बाद निर्मल एक्का ने बताया कि उसने जमीन ले लिया है इसलिए पैसे की जरूरत है। तुम्हारा खर्चा जेल के कैंटीन से चल रहा है, पैसा देते रहो, बाद में मैं वापस कर दूंगा। इस तरह निर्मल ने राम राय से साढ़े 5 लाख रुपए ले लिया। राम राय द्वारा पैसे की मांग करने पर निर्मल एक्का ने कहा कि बदले में सियाज कार ले लो। राम राय सुरीन को उक्त कांड में 9 अक्टूबर 24 को जमानत मिल गई।
जमानत मिलने पर उन्होंने निर्मल की गाड़ी को लेकर अपने गांव देवावीर आ गया। राम राय ने निर्मल को फोन कर बताया कि तुम्हारी गाड़ी का आगे का हिस्सा टूटा हुआ है। जिस पर निर्मल ने कहा कि गाड़ी नहीं लोगे तो मैं अपना गाड़ी वापस ले लूंगा और पैसा भी नहीं दूंगा। जिसके बाद राम राय ने निर्मल की हत्या करने की योजना बनाई। निर्मल ने रामराय को कार लेने के लिए अपने गांव बुलाया। निर्मल अपनी पत्नी के साथ देवावीर गांव पहुंचे। दोनों पति-पत्नी गाड़ी से घूमने के बहाने चक्रधरपुर ले गया। इसी दौरान उसकी कुल्हाड़ी से मार कर हत्या कर दिया। हत्या करने के बाद उसकी बॉडी को डिक्की में रखकर उटुटुवा गांव में फेंक दिया। जबकि उसके सिर को पत्थर से छुपा दिया। उसके बाद उसकी पत्नी की भी हत्या कर दी गई।