जनता हमारे लिए लड़ रही है, भाजपा को बहुमत हासिल करने से रोकेगा ‘इंडिया’ गठबंधन: खरगे
नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के पक्ष में ‘शांत लहर’ चल रही है तथा यह गठजोड़ लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत हासिल करने से रोकने में सफल रहेगा। खरगे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा कि लोग अब उनके समर्थन में और उस भाजपा तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ लड़ रहे हैं जो समाज में ‘‘नफरत एवं विभाजन’’ फैलाते हैं।
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि लोगों को लगता है कि यह लड़ाई अब लोकतंत्र और संविधान को बचाने की है और वे उनकी पार्टी को समर्थन दे रहे हैं।
खरगे ने भाजपा पर राम मंदिर, हिंदू-मुस्लिम और भारत-पाकिस्तान के नाम पर लोगों को बार-बार भड़काने और उन्हें ‘‘भावनात्मक रूप से लूटने’’ का भी आरोप लगाया और दावा किया कि लोग अब उसका ‘‘असली रंग समझ गए हैं।’’
खरगे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘देश भर में यात्रा करने के बाद हम यह महसूस कर रहे हैं कि हमारे पक्ष में ‘शांत लहर’ चल रही है। कांग्रेस पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों को इस बार अधिक सीट मिलेंगी। हम भाजपा को सत्ता में आने के लिए आवश्यक सीट हासिल करने से रोकने में सफल रहेंगे। मुझे लगता है कि भाजपा अपनी सरकार नहीं बना पाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केवल हम ही नहीं, बल्कि जनता भी हमारे लिए लड़ रही है। हम जिस विचारधारा को मानते हैं लोग उसका समर्थन कर रहे हैं और हमारे लिए लड़ रहे हैं। यह साफ है कि भाजपा पिछड़ जाएगी और हम आगे बढ़ेंगे।’’
यह पूछे जाने पर कि उन्हें यह भरोसा कहां से हो रहा है तो खरगे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के प्रति लोगों की जो प्रतिक्रिया मिल रही है, लोगों ने समर्थन करना शुरू कर दिया है और उनकी विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं, इससे उनके भीतर यह विश्वास पैदा हो रहा है।
इस लोकसभा चुनाव को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान सभी भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों और बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बचाने के लिए है।
लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं जिनमें से पांच चरण संपन्न हो चुके हैं।
खरगे का कहना था कि लोग महंगाई और बेरोजगारी से भी परेशान हैं जो इस चुनाव में दो प्रमुख मुद्दे बनकर उभरे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा पहले किए गए वादों को भी पूरा नहीं कर पाई है, चाहे वह दो करोड़ नौकरियां देना हो, विदेश से काला धन वापस लाना हो या किसानों की आय दोगुनी करना हो।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर झूठ बोलने और लोगों को बेवकूफ बनाने का भी आरोप लगाया तथा दावा किया कि लोग उनके इरादों को समझ गए हैं और अब वे उनके सामने बेनकाब हो गए हैं।
खरगे ने कहा, ‘‘उन्होंने पहले उन्हें भावनात्मक रूप से लूटा और उन्हें उकसाया, लेकिन अब वे समझ गए हैं। वे बार-बार राम मंदिर, हिंदू-मुस्लिम और भारत-पाकिस्तान के बारे में बात कर रहे हैं…भाजपा एक हव्वा खड़ा करती है और वह कांग्रेस द्वारा अतीत में किए गए कार्यों की सराहना भी नहीं करती।’’
उन्होंने क्षोभ जताते हुए कहा, ‘‘वे मुर्गी, भैंस, मंगलसूत्र, जमीन की बात करते हैं। क्या एक प्रधानमंत्री को इस तरह की बात करनी चाहिए?’’
इस चुनाव में आरक्षण और संविधान को दो प्रमुख चुनावी मुद्दों के रूप में उभरने की पृष्ठभूमि में खरगे ने कहा कि यह सवाल नहीं है कि कौन जीत रहा है।
उनका कहना था, ‘‘यह किसने कहना शुरू किया कि संविधान को बदलने के लिए हमें दो-तिहाई बहुमत चाहिए और 400 पार चाहिए। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण की बात की है। वे संविधान में जो लिखा है उसे हटा नहीं सकते, लेकिन उन्हें लागू नहीं कर रहे हैं। वे संविधान बदलना चाहते हैं, क्योंकि वे वहां अपने और आरएसएस के लोगों को नियुक्त करना चाहते हैं, जो योग्य भी नहीं हैं, इसलिए हम कहते हैं कि भाजपा संविधान में लिखी बातों का पालन नहीं कर रही है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘वे (भाजपा) लोकतंत्र को भी स्वीकार नहीं करते, क्योंकि उन्होंने मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, मणिपुर, उत्तराखंड, गोवा में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया। उन्होंने ऐसा कहां नहीं किया है? वे लोकतांत्रिक मार्ग का अनुसरण नहीं करते और संविधान के अनुसार काम नहीं करते।’’
खरगे ने कहा, ‘‘ इसीलिए हम संविधान और लोकतंत्र को बचाने का आह्वान करते हैं, क्योंकि यह सभी के मौलिक अधिकारों को बचाएगा।’’
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार पर अंकुश लगाया जा रहा है और संविधान को बचाने का मतलब सभी भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बचाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘वे लोकतंत्र को दबा रहे हैं और संविधान का विरोध कर रहे हैं, इसलिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है – बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक और प्रिंट मीडिया से लेकर टेलीविजन और यहां तक कि सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं तक के लिए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि चुनाव हो रहे हैं, विपक्षी नेताओं को धमकाया जा रहा है, परेशान किया जा रहा है और सलाखों के पीछे डाल दिया जा रहा है, उन्हें प्रचार करने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘ ये चीजें लोकतंत्र में अच्छी नहीं हैं। एक अधिनायकवादी शासन लागू किया जा रहा है।’’