नीमडीह के झीमडी में सांप्रदायिक तनाव पर शांति समिति की बैठक, *एसडीओ ने सौहार्द कायम रखने की अपील की*
राष्ट्र संवाद संवाददाता
सरायकेला-खरसावां जिला के नीमडीह प्रखंड अंतर्गत झीमडी गांव में दो समुदायों के बीच उत्पन्न सांप्रदायिक तनाव को लेकर अनुमंडल स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसडीओ विकास राय ने की। उन्होंने दोनों पक्षों से शांति, सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने की अपील की।
बैठक में भाजपा, झामुमो, कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, पंचायत सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि झीमडी विवाद में कई निर्दोष ग्रामीण, महिलाओं और युवाओं पर पुलिस द्वारा झूठे केस दर्ज किए गए। ग्रामीणों ने नीमडीह थाना प्रभारी संतन कुमार और एएसआई एम. रहमान पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिससे स्थिति बिगड़ी और क्षेत्र में तनाव फैल गया।
एसडीओ ने बताया कि सरकार द्वारा पीड़ित पक्षों को विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता दी गई है। पीड़िता की मां ऊषा महतो को चार बकरियां, एक बकरा, एक गाय और एक बछड़ा, साथ ही अनाथ योजना के तहत बच्चे को तीन वर्षों तक ₹4,000 प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जा रही है। बीमा योजना और पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाई की भी व्यवस्था की गई है। दूसरे पक्ष तस्लीम आलम को 1 आबूआ आवास और ₹1.20 लाख की सहायता राशि प्रदान की गई है।
शांति समिति की बैठक में झामुमो के कार्तिक महतो, केंद्रीय सदस्य काबलू महतो, जीप सदस्य प्रतिनिधि ओम प्रकाश लायक समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
*झीमडी पंचायत समिति सदस्य पदलोचन महतो ने दूरभाष पर बताया* बैठक की दूरी और ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 35 किमी दूर अनुमंडल कार्यालय तक गरीब कैसे पहुंचें, यह भी विचारणीय है।
एसडीओ ने सभी पक्षों से मिलजुल कर विवाद को समाप्त करने और शांति बहाली में प्रशासन को सहयोग देने की अपील की है.