बिहार से इस वक्त हलचल मचाने वाली बड़ी खबर आ रही है. जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. आज सुबह जाप अध्यक्ष के पटना आवास पर टाउन DSP के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम पहुंची. पप्पू यादव को कोर्ट का वारंट पर गिरफ्तार किये जाने की बात कही गयी है. वहीं उनकी गिरफ्तारी की भी पुलिस ने पुष्टि कर दी. पप्पू यादव के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. इसके अलावे उनके खिलाफ सरकारी कार्य में वाधा डालने के एक पुराने मामले में कोर्ट का वारंट भी बताया गया है. फिलहाल उन्हें हिरासत में लेने के बाद बुद्धा कॉलोनी थाना ले जाया गया है। जानकारी के मुताबिक उन पर सरकारी काम में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन का आरोप है.
पप्पू यादव के खिलाफ छपरा में भी दर्ज हुआ है केस
विदित है कि पप्पू यादव पर छपरा में भी केस दर्ज हुआ है. फिलहाल पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर बिहार की सियासत गरमाती हुई दिख रही है. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव पर बगैर पास के घूमने का भी आरोप है. बताया जाता है कि वे लगातार सूबे के बड़े अस्पतालों के कोविड वॉर्ड का जायजा ले रहे थे. आज उनका मधेपुरा जाने का भी प्रोग्राम था, जिसकी जानकारी मधेपुरा जिला प्रशासन ने पटना पुलिस को दी थी. पुलिस के मुताबिक पप्पू यादव से पास बनवाकर घूमने का आग्रह किया गया था, लेकिन पूर्व सांसद लगातार इस आदेश का उल्लंघन कर रहे थे.
राजद नेता सह अधिवक्ता पप्पू ने पप्पू यादव की गिरफ्तारी का किया कड़ा विरोध
राष्ट्रीय जनता दल के नेता व वरीय अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने जननेता पप्पू यादव उर्फ राजेश रंजन की गिरफ्तारी का कड़ा विरोध किया है. राजद नेता ने बताया कि लॉकडाउन व आपदा की स्थिति पप्पू यादव हमेश जनता के बीच पहुंचकर उनकी आगे बढ़कर मदद करने वाले नेताओं में से हैं. उनकी गिरफ्तारी से स्पष्ट हो गया है कि बिहार की सरकार तानाशाही विचार वाली सरकार बन कर रही है. जनहित का काम करने वालों के बेवजह परेशान किया जा रहा है.