निजाम खान की खास रिपोर्ट
जामताड़ा: शनिवार को बीईईओ एस्थेर मुर्मू के निर्देश पर कुंडहित प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय गायपाथर में जिला परिषद सदस्य सुभद्रा बावरी की अध्यक्षता में संयोजिका पद चयन के लिए एक बैठक आहूत की गई, जिसमें चंदना बावरी को सर्वसम्मति से संयोजिका पद के लिए चयन किया गया| वहीं स्कूली बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन की भी शुरुआत की गयी |बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन परोसा गया| आपको बता दें बीते शुक्रवार को राष्ट्र संवाद में प्रमुखता से खबरें प्रकाशित किया गया था|जिसमें कहा गया था कि प्राथमिक विद्यालय गायपाथर में मध्याह्न भोजन नहीं बनता है तथा संयोजिका का पद खाली है| जिसको प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एस्थेर मुर्मू ने संज्ञान में लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए 24 घंटे के अंदर संयोजिका पद चयन के लिए निर्देश जारी किया| बताते चलें बीते 6 महीने से संयोजिका पद खाली था| ममता वाद्यकर विद्यालय की संयोजिका थी जो अस्वस्थ रहने की वजह से 2 अगस्त 2021 को संयोजिका पद छोड़ने के लिए विभाग को आवेदन दी थी तभी से लेकर विद्यालय में संयोजिका पद का चयन नहीं किया गया था |आपको बता दें संयोजिका पद के चयन के दौरान विद्यालय के अध्यक्ष सुशील कुमार माजी, प्रभारी प्रधानाध्यापक साधीन कुमार मंडल, पुतुलबना संकुल के सीआरपी तापस चटर्जी,निताय मान्ना आदि ग्रामीण मौजूद थे|
यह खबर की गई थी प्रकाशित????
प्राथमिक विद्यालय गायपाथर में नहीं बनता है मध्याह्न भोजन, बीईईओ ने कहा मामले को लिया जाएगा संज्ञान
प्राथमिक विद्यालय गायपाथर में नहीं बनता है मध्याह्न भोजन, बीईईओ ने कहा मामले को लिया जाएगा संज्ञान
✍️निजाम खान की रिपोर्ट
जामताड़ा: लंबे अंतराल के बाद बीते 7 फरवरी से सरकारी व निजी स्कूलों में पठन-पाठन शुरू हुआ है|वही विद्यालयों में मध्याह्न भोजन भी संचालित की जा रही है|जिसमें बच्चों को मध्याह्न भोजन भी मिल रही है|लेकिन वहीं दूसरी ओर जामताड़ा जिला में एक ऐसा स्कूल देखा गया जहां पर मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है|यह विद्यालय जिले के कुंडहित प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय गायपाथर है| आपको बता दें विद्यालय में मिली जानकारी के मुताबिक कुल 43 बच्चे नामांकित है| जब संवाददाता ने क्षेत्र का भ्रमण किया तो देखा गया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है|अब सोचिए बीते 5 दिनों से विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं बना है|यानी देखा जाए तो स्कूली बच्चों को सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है| ऐसे में इतनी बड़ी लापरवाही आखिर किनकी माना जाए| इन सबके आखिर जिम्मेदार कौन? ऐसे में यह भी सवाल उठता है क्या बीते 5 दिनों का मध्याह्न भोजन की राशी बच्चों को मिलेगी या फिर यूं ही डकार लिया जाएगा या फिर जेब की भरपाई हो जाएगी|ऐसे में मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है| मामला जांच का विषय भी बन गया है|जब इस संबंध में संवाददाता ने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक साधीन कुमार मंडल से बात की तो उन्होंने कहा कि विद्यालय में संयोजिका का पद खाली है |विद्यालय में संयोजिका नहीं है |संयोजिका के चयन के लिए विभाग द्वारा पत्र भी नहीं जारी किया गया है, इस कारण विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है| बीते 5 दिनों का मध्याह्न भोजन के बदले बच्चों को राशि उपलब्ध होगी या नहीं इस संबंध में पूछे जाने पर श्री मंडल ने कहा मिल सकता है लेकिन ऐसा कोई उनके पास कंफर्म सूचना नहीं है|
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि: स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है बहुत ही अफसोस की बात है| मध्याह्न भोजन बनना चाहिए| साथ ही साथ बीते 5 दिनों से जो मध्याह्न भोजन नहीं मिला है उसकी पूर्ति बच्चों को होनी चाहिए |विद्यालय में संयोजिका नहीं है ,जल्द से जल्द संयोजिका का चयन होना चाहिए |विभाग से मांग करता हूं कि जल्द से जल्द प्राथमिक विद्यालय गायपाथर में पत्र जारी कर संयोजिका का चयन किया जाए|
सुभद्रा बावरी, जिला परिषद सदस्य
क्या कहते हैं पदाधिकारी:इस बात की जानकारी नहीं है| संयोजिका नहीं रहने से भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन स्कूली बच्चों के लिए बनना चाहिए| मामले को संज्ञान में लिया जाएगा|
एस्थेर मुर्मू, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, कुंडहित