हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल: ईद उल अजहा पर ईदगाह पहुंचे राजद जिला अध्यक्ष दिनेश यादव
निजाम खान। राष्ट्र संवाद
जामताड़ा: इस वर्ष इस पावन मौके पर कुछ ऐसा दृश्य सामने आया जिसने समाज को एकता का सुंदर संदेश दिया। राजद के जिला अध्यक्ष दिनेश यादव ने ईद उल अजहा के दिन मीहीजाम स्थित ईदगाह पहुंचकर मुसलमान भाइयों को ईद की मुबारकबाद दी और साथ ही एकता व भाईचारे का मजबूत पैगाम भी दिया।दिनेश यादव का यह कदम न केवल एक राजनैतिक नेता की ज़िम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि धर्म से ऊपर इंसानियत और भाईचारा होता है। ईदगाह में जैसे ही दिनेश यादव पहुंचे, वहां मौजूद लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने मुसलमान समुदाय के बुजुर्गों और युवाओं से मुलाकात की, और ईद की नमाज के बाद सभी को गले लगाकर ईद की शुभकामनाएं दीं।इस मौके पर दिनेश यादव ने कहा, “हमारे पूर्वजों ने जिस भारत की कल्पना की थी, वह विविधता में एकता का प्रतीक था। आज का दिन हमें यह याद दिलाता है कि हम सभी एक हैं, चाहे हमारा धर्म कुछ भी हो। यह पर्व केवल मुसलमानों का नहीं, बल्कि पूरे समाज का है। जब हम एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं, तभी असली भारत की तस्वीर बनती है।उनके इस कदम की सराहना न केवल मुसलमान समुदाय ने की, बल्कि हिंदू समुदाय के कई लोग भी इस पहल से भावुक हो उठे। गांव के एक हाजी रजाउर्रहमान, डाॅ अनवर अली ने कहा, “दिनेश यादव जी का यहां आना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है। यह दिखाता है कि हमारे नेता समाज को जोड़ने की सोच रखते हैं।जहां आज के समय में समाज में कई बार धर्म के नाम पर दूरी बढ़ाने की कोशिश की जाती है, वहीं इस तरह की पहल उम्मीद की किरण जगाती हैं। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जब नेता, समाजसेवी और आम लोग धर्म की सीमाओं से ऊपर उठकर एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होते हैं, तभी सच्चा लोकतंत्र और इंसानियत मजबूत होती है।ईदगाह पर दिनेश यादव की मौजूदगी एक प्रतीक बन गई — उस भारत की, जो गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक है; जहां एक साथ मंदिर की घंटी और मस्जिद की अज़ान सुनाई देती है। उनकी यह पहल न सिर्फ एक सामाजिक संदेश है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी यह सिखाती है कि धर्म भले अलग हो, दिलों का रिश्ता एक होना चाहिए।इस ईद पर दिनेश यादव ने न सिर्फ एक पर्व में भाग लिया, बल्कि समाज को जोड़ने का बीड़ा भी उठाया। यही वह राह है, जिससे नफरत की दीवारें गिराई जा सकती हैं और मोहब्बत की इमारत खड़ी की जा सकती है। मौके पर इंस्पेक्टर राजेश मंडल, मिहिजाम थाना प्रभारी विवेकानंद दूबे मौजूद थे।


