यूरेनियम नगरी जादूगोड़ा के रोहित कुमार गौरव ने यूपीएससी परीक्षा में 518वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया
राष्ट्र संवाद संवाददाता
सुशील अग्रवाल
. जादूगोड़ा:यूरेनियम नगरी जादूगोड़ा के रोहित कुमार गौरव ने यूपीएससी परीक्षा में 518वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया। रोहित यूसिल में लिखा विभाग के रमेश कुमार सिंह के पुत्र हैं। इस सफलता से पूरे जादूगोड़ा में खुशी का माहौल है। बधाई देने वालों का तांता लगा है।
रोहित ने बताया कि वह पिछले 7 साल 2018से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। वर्तमान में वह बेंगलुरु के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में कार्यरत हैं। नौकरी के साथ रोजाना 5 घंटे पढ़ाई करते थे। शनिवार और रविवार को 10 से 12 घंटे पढ़ते थे। उन्होंने कहा कि बचपन से ही सिविल सर्विस में जाने की इच्छा थी। वह फॉरेन सर्विस में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
रोहित की प्रारंभिक शिक्षा यूसील कॉलोनी स्थित परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय से हुई। 2007 में मैट्रिक परीक्षा में 89% अंक लाए। 12वीं में 81% अंक मिले। इसके बाद उन्होंने आईआईएम रायपुर से एमबीए किया। वहीं से यूपीएससी की तैयारी शुरू की। 2018 से लगातार परीक्षा दे रहे थे। छठे प्रयास में सफलता मिली।
उन्होंने बताया कि उनके मित्र सौरभ गोयल ने उन्हें प्रेरित किया। सौरभ भी यूपीएससी पास कर आईआरएस में कार्यरत हैं। रोहित ने 7 साल से टीवी देखना लगभग बंद कर दिया था। पढ़ाई के अलावा फुटबॉल खेलना पसंद है। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू में फुटबॉल से जुड़ा सवाल भी पूछा गया था। उन्होंने जवाब दिया कि देश में क्रिकेट का रुझान ज्यादा है, जबकि फुटबॉल कम खर्चीला खेल है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना जरूरी है।
रोहित ने कहा कि फॉरेन सर्विस में जाकर वह भारत को चीन और अमेरिका की तरह प्रगतिशील बनाना चाहते हैं। गरीबी कम करने और विदेशी निवेश बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, बहन और जीजा को दिया। पिता रमेश कुमार सिंह यूसिल के लेखा विभाग में कार्यरत हैं। 6 महीने बाद रिटायर हो रहे हैं। 32 साल से सेवा में हैं , मां ललिता देवी गृहणी हे, बहन रोशनी कुमारी,जीजा राकेश रंजन,का काफी मदद रहा।
पिता मां दुर्गा की भक्त हैं। गांधी मार्केट कमेटी में कई वर्षों से सचिव हैं। पिता ने कहा कि यह सफलता मां दुर्गा के आशीर्वाद से मिली है।
जैसे ही दोपहर 2:30 बजे मोबाइल पर रिजल्ट आया, पूरा परिवार खुशी के आंसुओं में रो प