महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी अवश्य रखनी चाहिए – उपायुक्त
राष्ट्र संवाद सं
जामताड़ा: समाहरणालय में स्थित एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्रीमती कुमुद सहाय (भा.प्र.से.) की अध्यक्षता में पोषण पखवाड़ा 2025 के जिला स्तरीय समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका विधिवत शुभारंभ उपायुक्त सहित अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
वहीं इस क्रम में उपायुक्त एवं अन्य अधिकारियों ने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी खिंचवाकर एवं हस्ताक्षर अभियान में भाग लेकर लोगों को पोषण के महत्व को बताया।
_*आज का स्वस्थ बच्चा कल का स्वस्थ भारत का भविष्य है – उपायुक्त*_
इस अवसर पर उपायुक्त ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विगत 8 अप्रैल से चल रहे 7वें पोषण पखवाड़े का आज समापन हो रहा है, इस दौरान जिले भर में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कुपोषण का प्रबंधन, स्वस्थ जीवनशैली जैसे बिंदुओं पर जोर दिया गया। उन्होंने अपील कर कहा कि भले ही यह पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम समाप्त हुआ है, लेकिन हम सबों को इस अभियान का हिस्सा बनकर यह शपथ लेना है कि जामताड़ा को कुपोषण मुक्त बनाएंगे। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी अवश्य रखनी चाहिए क्योंकि अधिकतर महिलाएं घर पर सभी के लिए भोजन बनाती हैं। अगर महिलाओं को सही पोषण के बारे में जानकारी नहीं होगी, तो अपने परिवार के लोगों को पोष्टिक आहार नहीं देगी। जिसकी वजह से परिवार के लोग बीमार हो सकते है। साथ ही बच्चे कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। महिलाओं को पोषण के प्रति जानकारी लेने में रुचि रखना चाहिए और अपने आहार में सही पोषण को शामिल करना चाहिए क्योंकि आज का स्वस्थ बच्चा कल का स्वस्थ भारत का भविष्य है। उपायुक्त ने आगे कहा कि अपने क्षेत्र में हो रहे मौसमी फल, साग- सब्जी एवं मोटे अनाज (मिलेट्स) को अपने आहार में शामिल करें। महिलाओं की जिम्मेदारी बनती है, अपने बच्चों को पौष्टिक आहार खिलाएं। साथ ही बच्चों को पौष्टिक आहार से मिलने वाले फायदे के बारे में जानकारी दे, जिससे बच्चा पौष्टिक आहार की ओर रुचि ले है और बाहर की चीजों को कम खाना पसंद करें।
_*जीवन शैली में लाएं बदलाव; योग को करें दिनचर्या में शामिल*_
वहीं उन्होंने सबों से अपने जीवन शैली में बदलाव लाने, योग को अपने दिनचर्या में शामिल करने, गर्भवती महिलाओं के विशेष ध्यान रखने हेतु विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रसूति एवं गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली दी जाती है साथ ही बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। अपने बच्चों का ससमय अपने नजदीकी अस्पताल में टीकाकरण कराएं । जिससे बच्चा गंभीर बीमारियों बचे और स्वस्थ रहे। बताया कि अगर कोई बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उसके लिए जिले में कुपोषण से मुक्त करने के लिए जिले में कुपोषण उपचार केंद्र (एमटीसी सेंटर) बने हुए हैं।
_*कुपोषण मुक्त जामताड़ा बनाने हेतु दिलाया शपथ*_
वहीं कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने लगाए गए पोषण स्टॉल का भी भ्रमण किया एवं जरूरी निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने सभी को कुपोषण मुक्त जामताड़ा बनाने एवं सही पोषण का संदेश घर घर पहुंचाने हेतु शपथ भी दिलाया। वहीं पोषण के क्षेत्र में जिले के विभिन्न पोषक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न कर्मियों को उपायुक्त ने प्रशस्ति पत्र आदि देकर सम्मानित किया।
*_इस मौके पर_* सिविल सर्जन डॉ आनंद मोहन सोरेन, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री चार्ल्स हेंब्रम, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती कलानाथ, जिला शिक्षा अधीक्षक श्री विकेश कुणाल प्रजापति, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी श्री राहुल प्रियदर्शी के अलावा सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका, आंगनवाड़ी सेविका एवं अन्य संबंधित उपस्थित रहे।