झारखंड में टाटा स्टील आयरन ओर माइंस ने एमईएमसी समापन समारोह में सात पुरस्कार जीते
राष्ट्र संवाद संवाददाता
झारखंड में टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइंस और विजय II आयरन माइंस ने 31वें माइंस एनवायरनमेंट एंड मिनरल कंजर्वेशन (एमईएमसी) वीक 2023-24 के समापन समारोह में सात पुरस्कार जीते। यह आयोजन भारतीय खान ब्यूरो (आईबीएम), रांची क्षेत्र के तत्वावधान में शनिवार को रांची में हुआ।
नोआमुंडी आयरन माइंस को A-1 ग्रुप की खदानों में ओवरऑल परफॉर्मेंस श्रेणी का विजेता घोषित किया गया।
इसी तरह, खदान को वनीकरण श्रेणी में भी विजेता चुना गया। इसके अलावा, पर्यावरण निगरानी और प्रचार-प्रसार सहित अन्य श्रेणियों में इसे द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।
इसी तरह, विजय II आयरन माइंस को खनिज संरक्षण श्रेणी में विजेता घोषित किया गया। इसे सतत विकास और वेस्ट डंप मैनेजमेंट श्रेणियों में द्वितीय पुरस्कार मिला।
टाटा स्टील को खदान और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए लगाए गए स्टॉल डिस्प्ले में द्वितीय पुरस्कार मिला।
टाटा स्टील के अधिकारियों को ये प्रतिष्ठित पुरस्कार मुख्य अतिथि पंकज कुलश्रेष्ठ, मुख्य खान नियंत्रक (एमईएस), आईबीएम द्वारा प्रदान किए गए।
इस आयोजन में राज्य भर की 31 खदानों की भागीदारी रही, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में कुल 75 पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों में सालिल संदीप कुजुर, क्षेत्रीय खान नियंत्रक, रांची क्षेत्र, आईबीएम, शैलेन्द्र कुमार, सीओएम (ईजेड), आईबीएम, नागपुर, अतुल कुमार भटनागर, जेनरल मैनेजर(ओएमक्यू), टाटा स्टील, आशुतोष तिवारी, उप कार्यकारी निदेशक, डालमिया सीमेंट भारत लिमिटेड, बिजेश कुमार झा, अध्यक्ष, हिंडाल्को, अवनीश कुमार, चीफ, माइन प्लानिंग, नोआमुंडी आयरन माइंस, राजीव कुमार, चीफ, विजय II आयरन माइंस सहित विभिन्न खदानों के अधिकारी और प्रतिनिधि उपस्थित थे।
टाटा स्टील सतत खनन सुनिश्चित करने के लिए दुनियाभर में अपने संचालन के माध्यम से प्रतिबद्ध है। उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रमाणित कंपनी उन्नत तकनीकों के जरिए रॉ मटेरियल की दक्षता और संरक्षण सुनिश्चित करती है।