जमात इस्लामी हिंद का एक दिवसीय इजतिमा का समापन
जमात ए इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।
सद्दाम हुसैन
संवाददाता/जामताड़ा
जिले के नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के पोस्ता में जमाते इस्लामी हिन्द जामताड़ा का जिलाई इजतेमा का आयोजन मौलाना मोहम्मद सिराजुद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में किया गया। मोहम्मद मंसूर आलम ने कुरान पाक की तिलावत से कार्यक्रम का आगाज किया। मौके पर झारखंड प्रदेश सचिव चौधरी उबैदुल्लाह ने खिताब करते हुए बताया कि जमाते इस्लामी के एक दिवसीय जिलाई इजतिमा का उद्देश्य लोगों को जमाते इस्लामी के उद्देश्यों और गतिविधियों के बारे में जागरूक करना और उन्हें जमाते इस्लामी के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित करना है। जमाते इस्लामी के अनुसार, शिक्षा का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को एक अच्छा इंसान बनाना है, जो समाज में एक सकारात्मक योगदान कर सके। इसके लिए, उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई कार्यक्रम और परियोजनाएं शुरू की हैं जो विद्यार्थियों को आध्यात्मिक, नैतिक, और बौद्धिक रूप से विकसित करने पर केंद्रित हैं। इसके अलावा, मुजाहिद उल इस्लाम ने कहा जमाते इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, जैसे कि मदरसा शिक्षा को बढ़ावा देना और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना। नाजीम ए इलाका कोलांचल फैयाज बेग ने कहा इजतिमा के माध्यम से जमाते इस्लामी ने लोगों को इस्लामी मजहबी बातों के बारे में जागरूक किया है। जमाते इस्लामी का मानना है कि इस्लाम एक पूर्ण और समग्र धर्म है, जो मानव जीवन के सभी पहलुओं को कवर करता है। उनका उद्देश्य लोगों को इस्लामी ज्ञान और मूल्यों के बारे में शिक्षित करना है, ताकि वे अपने जीवन को इस्लामी सिद्धांतों के अनुसार जी सकें।