ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र
: तीन बार के विधायक अरविंद सिंह भाजपा छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ने को तैयार,नामांकन करेंगे आज
संजय कुमार
चांडिल: पूर्व भाजपा विधायक अरविंद सिंह ने गुरुवार को ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की। भाजपा छोड़ने के बाद सिंह ने चांडिल डैम रोड स्थित बी.एन पैलेस परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अपनी मंशा जाहिर की और स्थानीयता के मुद्दे पर बेबाक बयान दिया। उन्होंने कहा, “ ये साढ़े चार साल से लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहा है, मैं 35 वर्षों से जनता के दुख-दर्द में शामिल रहा हूं। मैं स्थानीय हूं या हरे लाल महतो ? यह बात झूठी और बेतुकी है।”
*स्थानीयता , विकास प्राथमिकता*
सिंह ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता सिंचाई और किसानों की तीनों फसलों के लिए पानी उपलब्ध कराना है। बेरोजगारी और पर्यटन को बढ़ावा देना उनके एजेंडे में शामिल है। उन्होंने चांडिल डैम विस्थापितों की समस्याओं पर भी सरकार की विफलता पर कटाक्ष किया और कहा कि डैम अब “सफेद हाथी” साबित हो चुका है। विस्थापितों को उनका हक दिलाने का संकल्प जताते हुए सिंह ने कहा कि 50 साल बाद भी विस्थापितों को कोई लाभ नहीं मिला है।इस पर अबतक की सरकारें फेल है।
*भाजपा पर तीखा प्रहार*
सिंह ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने अब परिवारवाद को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है और राय सुमारी कर, पूंजीपतियों के साथ गठजोड़ कर लिया है। उन्होंने कहा कि इस बार जनता उनके साथ है, और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल करेंगे। सिंह ने 35 सालों तक क्षेत्र में की गई अपनी मेहनत को गर्व से याद करते हुए कहा कि वह अपने कार्यकाल से संतुष्ट हैं और इस बार भी जनता का भरपूर समर्थन प्राप्त करेंगे।
*अरविंद सिंह ने ईचागढ़ विधानसभा से तीन बार चुनाव जीतकर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है*
1995: निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 35,746 वोटों से जीत .
2000: भाजपा के टिकट पर 37,505 वोटों से जीत.
2009: जेवीएम से 45,465 वोटों से विजय ।
सिंह के अनुसार, इस बार का चुनाव जातिगत राजनीति को करारा जवाब साबित होगा, और वह एक नए जोश के साथ मैदान में उतरेंगे। उनके साथ भाजपा छोड़ने वाले कई प्रमुख नेता, जैसे जिला कार्यकारिणी सदस्य दीपू जायसवाल और अरुण सिंह, ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।