उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने कृषि विज्ञान केंद्र, जामताड़ा में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत एक दिवसीय बागबानी सखी मास्टर ट्रेनिंग कार्यक्रम का किया विधिवत शुभारंभ*
प्रतिकूल माहौल में भी हम उद्यान से जुड़े फसलों को पौध प्रवर्धन की नई तकनीक को अपनाकर स्वावलंबी बन सकते हैं – उपायुक्त
उद्यान विषय पर पौधा प्रवर्द्धन के बारे में विशेषज्ञों ने दी नई एवं रोचक जानकारी, बताया कैसे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं*
आज दिनांक 03.11.2023 को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्री शशि भूषण मेहरा (भा०प्र०से०) ने कृषि विज्ञान केंद्र, जामताड़ा में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत उद्यान विषय पर पौधा प्रवर्धन के बारे में बागबानी सखी मास्टर ट्रेनिंग कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारंभ किया।
*हमारा उद्देश्य है कि किसान स्वावलंबी बने*
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत उद्यान विषय पर आज आज आप लोगों को विशेषज्ञों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसे ध्यानपूर्वक समझें एवं उनके बताए जा रहे विधियों को समझें। हमारे झारखंड की जमीन उतनी उपजाऊ नहीं है, ऐसे में हम लोग एक मात्र फसल धान पर आश्रित रहते हैं, इसमें भी हाल के वर्षों में सुखाड़ आदि के कारण किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। ऐसे में कृषि की नई तकनीक को अपनाना बेहद जरूरी है पारंपरिक कृषि के अलावा उद्यान कृषि को करने की आवश्यकता है ताकि नई तकनीक के माध्यम से आम अमरूद कटहल आदि कई प्रजातियों के पौधे को खुद से तैयार एवं परवर्धित कर के खेती करने की ताकि कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त हो सके।
उन्होंने कहा कि आप लोग पौधों की ग्राफ्टिंग, कटिंग, गुटिसेक आदि कर के पौधे तैयार करने की विधि को समझें और गांव गांव तक के लोगों को इसका प्रशिक्षण दें, हमारा उद्देश्य है कि किसान स्वावलंबी बने। अगर लोग जागरूक होकर इसकी खेती करेंगे तो व्यापक रूप से फलों आदि का उत्पादन होगा एवं इसकी अच्छी मार्केटिंग भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि बागबानी फसल, फसल विविधिकरण का अच्छा माध्यम है ताकि हम प्रतिकूल माहौल में अच्छे से फसल लें पाए।
*नई तकनीक को अपनाएं*
वहीं इस दौरान प्रधान, कृषि विज्ञान केंद्र डॉ सुप्रिया सिंह ने प्रशिक्षकों को पौध प्रवर्धन के विभिन्न आयामों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अन्य पड़ोसी राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ में नई नई प्रजातियों का चयन कर उसका भरपूर लाभ लिया जा रहा है, आप लोग भी नई प्रजातियों का चयन करें एवं मुनाफा कमाएं। इस दौरान विशेषज्ञों ने एक एक कर नई विधियों के बारे में विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया।
*इनकी रही उपस्थिति*
इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी श्री लव कुमार, प्रधान कृषि विज्ञान केंद्र डॉ सुप्रिया सिंह, कृषि वैज्ञानिक श्री प्रमोद कुमार, श्री गणेश कुमार सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।