अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जामताड़ा जिला इकाई के पांच सदस्यीय शिष्टमण्डल ने जामताड़ा के उपायुक्त को प्राथमिक शिक्षकों के प्रोन्नति ,सरप्लस और गैर शैक्षणिक कार्यो की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के संथाल परगना प्रमंडल के प्रमंडलीय राज्य उपाध्यक्ष बाल्मीकि कुमार ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षकों के लिए प्रोन्नति का आदेश उच्च न्यायालय के न्यायादेशों के विपरीत है। प्रोन्नति नियम और उच्च न्यायालय के आदेश के विरुद्ध प्रोन्नति के सरकार का गाइडलाइन पूर्व में नियुक्त शिक्षकों के साथ अन्याय है । पूर्व में नियुक्त शिक्षकों ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय में वर्ग 1 से 8 तक के कक्षाओं का संचालन किया और जब प्रोन्नति की बात आयी तो बाद में नियुक्त शिक्षक को पूर्व में नियुक्त शिक्षको से वरीय का आदेश दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर जिला प्रशासन के द्वारा ग्रेड 3 ,4 और 7 के लिए रोस्टर और वरीयता सूची का अंतिम प्रकाशन नहीं निकलता है तो ये जामताड़ा सहित सभी जिलों के शिक्षकों के लिए अन्याय है । सरकार की नीति भेदभावपूर्ण और विसंगतिपूर्ण है । प्राथमिक शिक्षको के
शिक्षा विभाग की ओर से जारी सरप्लस शिक्षकों के स्थानांतरण में मानकों के प्रतिकूल कार्रवाई किए जाने से जिले के शिक्षकों में व्यापक आक्रोश है। संघ के जिला अध्यक्ष महेश्वर घोष ने कहा कि नेताओं ने कहा कि राज्य के हजारों विद्यालय को मानकों के विपरीत सरप्लस शिक्षकों के नाम पर विसंगति पूर्ण स्थानांतरण करने की कार्रवाई की जा रही है। इससे कई विद्यालय शिक्षक विहीन हो सकते हैं। वहीं, कई विद्यालय से विषय आधारित शिक्षक समाप्त हो जाएंगे। जिला महासचिव हरि प्रसाद राम ने कहा कि सेवा में अति वरीय शिक्षकों की वरीयता का हनन कर प्रोन्नति का दिया गया मार्गदर्शन अन्यायपूर्ण और विसंगतिपूर्ण है। इसमें प्रोन्नति देने की जो तारीख बताई गई है, वह सही नहीं है। वरीय शिक्षकों की वरीयता को संरक्षित रखने संबंधी वर्तमान विभागीय आदेश पूर्व के आदेश के प्रतिकूल और भ्रमित करने वाला है।
जिला संगठन मंत्री द्वारिका राम ने कहा कि जिले मे जाति प्रमाण पत्र , बैंक खाता , आधार कार्ड ,ई कल्याण पर ऑनलाइन कार्यो के अलावा ई विद्या वाहिनी में बहुत सारे ऑनलाइन कार्यों के लिए विभाग के द्वारा अनावश्यक दबाब दिया जा रहा है । बिना किसी प्रशिक्षण के रागी आटा का लड्डू विद्यालय में बच्चों को बनाकर खिलाने का आदेश हास्यास्पद है । जिला संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर शिक्षकों की
समस्याओं का ससमय निवारण नहीं किया गया तो शिक्षक चरणबद्ध आन्दोलन के लिए बाध्य होगें।
मौके पर संयुक्त सचिव अमरनाथ दास, राजेश कुमार सिन्हा, रंजीत कुमार ,सुधीर कुमार, दिनेश करमाली, अजय कुमार सिंह, धर्मवीर भारती, परिमल मरांडी, नन्द लाल सोरेन उपस्थित थे ।