राष्ट्रकवि दिनकर का प्रारंभिक पाठशाला उच्च विद्यालय के लिए तरस रहा – सचिन मेहता
◼️ राज्यसभा सांसद से मुंगेर जिला का पहला विद्यालय को अपग्रेड करने की मांग
◼️ऐतिहासिक विद्यालय को उनके योग्य मिले उचित सम्मान
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रारंभिक पाठशाला मध्य विद्यालय बारो को हाई स्कूल बनाने को लेकर राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा जी से मुलाकात करते हुए छात्र नेता सचिन मेहता ने कहा कि राजकीय कृत मध्य विद्यालय संयुक्त मुंगेर जिला का पहला मध्य विद्यालय है यह विद्यालय प्लस टू बनने की योग्यता रखता है जिसमें 30 वर्ग कक्ष मैदान से युक्त हैं और 1100 नामांकित बच्चे हैं राष्ट्रकवि दिनकर का प्रारंभिक पाठशाला 1875 से ज्ञान का प्रकाश फैला रहा है और आज एक उच्च विद्यालय के लिए तरस रहा है। छात्र नेता सचिन मेहता एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बच्चों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए राज्यसभा सांसद से आग्रह करते हुए उन्हें ज्ञापन सोपा गया।
ग्रामीण सोनू आर्य एवं विशाल आर्य ने बताया कि वर्तमान 14 से 20 वार्ड पूर्व का दो पंचायत आजादी का अमृत महोत्सव कल में भी उच्च विद्यालय से वंचित रहा जहां की बेटी आठवां पास कर पढ़ाई छोड़ देती है। मुक्तेश्वर प्रसाद वर्मा ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा एस्ट्रोनॉट मध्य विद्यालय में अधिकांश प्लस टू का मन दंड का पालन नहीं हुआ और प्लस टू में एस्ट्रोणाचार्य हुआ जबकि राष्ट्रकवि का प्रारंभिक विद्यालय सबसे पुराना प्लस टू का सभी मांडो को पूरा करने वाला ऐतिहासिक 149 वर्षीय मध्य विद्यालय बारो जो अभी तक प्लस टू नहीं बन सका यह क्षेत्र वासियों की उपेक्षा है। विद्यार्थी परिषद के पूर्व नगर सह मंत्री विष्णु आर्य ने राज्यसभा सांसद सेस्वयं संज्ञान लेकर ऐतिहासिक विद्यालय को योग उचित सम्मान देते हुए प्लस टू बनाने में अपने अधिकार का सकारात्मक उपयोग करने का आवहन किया।
सांसद ने सचिन मेहता के आग्रह पर राष्ट्रकवि दिनकर की प्रारंभिक पाठशाला पहुंचकर उसका निरीक्षण किया और हाई स्कूल बनाने का आश्वासन दिया एवं विद्यालय के सौंदर्यीकरण के लिए और दिनकर जी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए मौके पर ही 10 लाख रू की अनुशंसा की। मौके पर आर्य समाज के प्रधान रविंद्र आर्य, संतोष आर्य , अग्निवेश आर्य, गोविंद आर्य विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय सरबिहट भाजपा मंडल अध्यक्षयशस्वी आनंद, सुमित जी सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद थे।