सांसद के आश्वासन के बाद भी नहीं हुई जर्जर सड़क का जीर्णोद्धार।
आसन्न विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों को जनता के सवालों से पड़ेगा जूझना।
खोदावंदपुर/बेगूसराय. प्रखंड मुख्यालय चौक से बजही, मटिहानी, मालपुर, चकयद्दू होते हुए महना बांध तक जानेवाली ग्रामीण पथ वर्षों से जर्जर है. इस पथ से दो- चार पहिया वाहन को तो छोड़ दें, पैदल चलना भी मुश्किल है.दिग्गजों के गांव की यह दुर्दशा देख लोग दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हैं. वहीं इस सड़क पर चलने वाले ग्रामीण किसी उद्धारक की बाट जोह रहा है. प्रखंड मुख्यालय से सटा होने के बावजूद भी अबतक कोई भी जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी की नजर इस ओर नहीं पड़ सकीं. इतना ही नहीं स्थानीय सांसद स्मृतिशेष डॉ भोला सिंह द्वारा पुनर्निर्माण का घोषणा भी महज कोरा आश्वासन ही साबित हुआ. बेगूसराय के सांसद व मत्स्य पशुपालन एवं डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह को भी स्थानीय ग्रामीणों ने विगत छठ पूजा के अवसर पर इस समस्याओं से अवगत कराया था. जिसके जवाब में सांसद श्री सिंह ने पीडब्ल्यूडी के अभियंताओं से बातचीत कर अभिलंब मरम्मती कार्य करवाने का आश्वासन दिया गया था. इसके अलावे स्थानीय निवर्तमान विधायक व पूर्व समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा से भी लोगों ने वर्षों से जर्जर पथ को जीर्णोद्धार किये जाने की मांंग की थी.परंंतु आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं से इस ओर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझें. जिसके चलते अबतक समस्या यथावत बनी हुई है.आसन्न विधानसभा चुनाव में वोट मांगने वाले प्रत्याशियों एवं राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को जनता के सवालों से जूझना होगा.
बताते चले कि प्रखंड मुख्यालय से बजही, मटिहानी, चकयद्दु मालपुर होते हुए महना बांध तक जानेवाली एवं बूढ़ीगंडक के बांध से समस्तीपुर जिला के विभूतिपुर प्रखंड अंतर्गत नरहन बाजार को जोड़ने वाला यह लाइफलाइन सड़क क्षेत्र के महत्वपूर्ण ग्रामीण पथों में से एक माना जाता है.प्रत्येक दिन इस पथ से सैकड़ों ग्रामीण अपने गांव से खोदावंदपुर प्रखंड मुख्यालय आते जाते हैं. तीन वर्ष पूर्व मालपुर के पूर्व मुखिया स्व राधा प्रसाद सिंह के पुण्यतिथि समारोह में शिरकत करने आये स्मृतिशेष सांसद डॉ भोला प्रसाद सिंह के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जर्जर पथ का जीर्णोद्धार ही दिवंगत राधा बाबू के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगा.विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है.विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता जनता के बीच वोट मांगने के लिए दर- दर की ठोकरे खायेगें.उनके कार्यकर्ता घर- घर पहुंंचकर, सड़क, शिक्षा, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, किसानी, सुरक्षा करने का वादा कर अपने पक्ष में वोट सुनिश्चित करवाने की विनती करेंगें. वादे करेंगे, लेकिन वर्षो पूर्व से खोदावंदपुर मटिहानी जर्जर पथ को उद्धार करने का वादा इस पथ किनारे बसे लोगों के लिए महज एक सपना ही साबित हुआ.
स्मरण रहे की वर्तमान कांग्रेस जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह, जिला परिषद उपाध्यक्ष मो सुमन धनिया, आईएएस अधिकारी मो परवेज आलम, आयकर विभाग के प्रणव कुमार, पूर्व प्रमुख उपेन्द्र प्रसाद सिंह, भाजपा के पूर्व अंचलमंत्री जागेश्वर राय, माकपा के पूर्व अंचलमंत्री शिवाकांत प्रसाद सिंह, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मुरलीधर राय, अजय कुमार, पूर्व मुखिया लक्ष्मेश्वर प्रसाद सिंह, राजेंद्र कुमार, शिक्षाविद भगवान प्रसाद सिंह सहित अनेक महत्वपूर्ण लोगों का घर एवं वर्तमान राजद के प्रत्याशी व पूर्व सांसद राजवंशी महतो का ससुराल भी इसी जर्जर सड़क किनारे बसे गांव में पड़ता है. इतने सारे महत्वपूर्ण जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के रहते हुए भी वर्षों से जर्जर सड़क का नहीं बन पाना समझ से परे है. जर्जर सड़क रहने के कारण अक्सर इस पथ पर दुर्घटनाएं होती रहती है. कई वाहन चालक एवं राहगीर भी हादसे का शिकार हो चुके हैं.