Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » ममता सरकार को बडा़ झटका: सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में ‘द केरला स्टोरी’ से हटाया बैन
    Breaking News Headlines

    ममता सरकार को बडा़ झटका: सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में ‘द केरला स्टोरी’ से हटाया बैन

    Devanand SinghBy Devanand SinghMay 19, 2023No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

     

    नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ से पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा लगाया गया बैन हटा दिया है। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि अदालत पश्चिम बंगाल सरकार के आठ मई के उस आदेश पर रोक लगा रही है, जिसमें फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ को बैन किया गया था। कोर्ट ने तमिलनाडु को भी ‘द केरला स्टोरी’ की सुरक्षित स्क्रीनिंग के लिए सिनेमा हॉल को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि राज्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से फिल्म की स्क्रीनिंग को नहीं रोकेगा। सुनवाई के दौरान पीठ ने पश्चिम बंगाल सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता ए.एम. सिंघवी से कहा राज्य सरकार ने 13 लोगों के विचार के आधार पर फिल्म पर बैन लगा दिया। आपको कहीं भी 13 लोग मिल जाएंगे जो कहेंगे कि फिल्म पर प्रतिबंध लगा दें।

     

    शीर्ष अदालत ने कहा कि फिल्म देश में हर जगह रिलीज हो चुकी है। सिंघवी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनसांख्यिकी बहुत अलग है और इस पर भी विचार करना होगा। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, आप जनसांख्यिकीय हर जगह समान होने की उम्मीद नहीं कर सकते.. सत्ता का आनुपातिक तरीके से प्रयोग किया जाना है. मुख्य न्यायाधीश ने सिंघवी से कहा कि आप मौलिक अधिकारों को भावनाओं के सार्वजनिक प्रदर्शन पर निर्भर नहीं बना सकते और अगर आपको यह पसंद नहीं है, तो फिल्म न देखें। चीफ जस्टिस ने पश्चिम बंगाल सरकार के वकील से कहा कि अगर कोई घटना होती है तो राज्य सरकार किसी विशेष जिले में फिल्म के प्रदर्शन को रोक सकती है, लेकिन इसे पूरे राज्य में बैन नहीं किया जा सकता।

     

    पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ मनगढ़ंत तथ्यों पर आधारित है और इसमें कई ²श्यों में हेट स्पीच है, जो समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा कर सकती है। राज्य सरकार ने एक जवाबी हलफनामे में कहा कि अगर फिल्म को प्रदर्शित करने की अनुमति दी जाती है तो इससे शांति भंग हो सकती है। हलफनामे में कहा गया, फिल्म गलत तथ्यों पर आधारित है और इसमें कई ²श्यों में हेट स्पीच है जो सांप्रदायिक भावनाओं को आहत कर सकती है और समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा कर सकती है जो अंतत: कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा करेगी। यह बात राज्य सरकार द्वारा प्राप्त विभिन्न खुफिया सूचनाओं से पता चली है। राज्य सरकार ने सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए पश्चिम बंगाल सिनेमा (विनियमन) अधिनियम की धारा 6 (1) का प्रयोग कर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया।

     

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleबिहार: जातिगत जनगणना पर पटना हाईकोर्ट के आदेश में दखल देने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
    Next Article बनकर तैयार हो गया नया संसद भवन,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को करेंगे उद्घाटन

    Related Posts

    बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई: कांग्रेस

    May 14, 2025

    ‘ ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है, विपक्ष को ‘अवांछित’ सवाल नहीं उठाने चाहिए : भाजपा

    May 14, 2025

    छत्तीसगढ़ में 21 दिन चले नक्सल विरोधी अभियान में 31 नक्सली मारे गए, 18 जवान भी घायल

    May 14, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी गई: कांग्रेस

    ‘ ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है, विपक्ष को ‘अवांछित’ सवाल नहीं उठाने चाहिए : भाजपा

    छत्तीसगढ़ में 21 दिन चले नक्सल विरोधी अभियान में 31 नक्सली मारे गए, 18 जवान भी घायल

    बैकुंठ शुक्ल की पुण्यतिथि पर नमन परिवार ने दीं श्रद्धांजलि

    ऑपरेशन सिंदूर की गौरवगाथा और भारतीय सेना के पराक्रम को समर्पित विशाल तिरंगा यात्रा की सभी तैयारियां हुई पूरी

    चौकीदार नियुक्ति हेतु शारीरिक माप (दौड़) परीक्षा के प्रथम दिन फतेहपुर, कुंडहित एवं नाला के सफल अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षण में हुए सम्मिलित,कुल 584 अभ्यर्थियों में से 31 रहे अनुपस्थित

    आनंद मार्ग एवं पूर्णिमा नेत्रालय का मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए जांच शिविर 15 मई को गदरा में

    जमशेदपुर पुलिस को धन्यवाद : ब्रह्मर्षि विकास मंच जमशेदपुर

    भारत के 52 वे मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.आर गवई को राजेश शुक्ल ने बधाई दी

    शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बालिगुमा, झारखंड राज्य का पहला अर्बन– पीएचसी जिसे मिला NQAS सर्टिफिकेट

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.