मनमोहन सिंह को सम्मानित करे सिख पंथ ,जत्थेदार को कुलविंदर सिंह ने पत्र लिखा
वे प्रधान थे, हैं और अगस्त 2025 तक रहेंगे:कुलविंदर सिंह
जमशेदपुर। झारखंड जमशेदपुर के अधिवक्ता एवं सामाजिक संस्था राष्ट्रीय शिक्षा के संयोजक सरदार कुलविंदर सिंह ने 92 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह को सिख कौम की ओर से सम्मानित करने का आग्रह किया है।
अधिवक्ता ने इस आशय का एक पत्र सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था श्री अकाल तख्त साहब जी के जत्थेदार सिंह साहब ज्ञानी रघुवीर सिंह जी को लिखा है।
कुलविंदर सिंह के अनुसार सरदार मनमोहन सिंह सत्य सादगी सच्चाई ईमानदारी की प्रतिमूर्ति हैं। देश के कई बड़े पदों को सुशोभित किया और 10 साल तक प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी भी संभाली।
*बाबा वद्भाग सिंह डेरा जाने वाला सिख नहीं*
*सीजीपीसी को ड्रामाबाजी करने की क्या जरूरत थी*
*जमशेदपुर*। *बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार कुलविंदर सिंह ने कहा कि वे* *प्रधान थे, हैं और अगस्त 2025 तक रहेंगे*
कुलविंदर सिंह के अनुसार* *सीजीपीसी के कुछ स्वार्थी तत्व पिछले एक साल से अवतार सिंह सोखी को प्रधान बनाने के लिए ड्रामा रची हुई थी। ड्रामा के तहत उसे पहले माला पहनने के लिए कहा गया। फिर प्रधान भगवान सिंह ने एक सफल अभिनेता की तरह संगत को बताया कि अवतार सिंह ने गलत किया है और उसे हम प्रधान नहीं मानते हैं।*
*कुलविंदर सिंह के अनुसार डेरा वडभाग सिंह जाने वाला सच्चा सिख नहीं हो सकता है। अवतार सिंह ने लिखित रूप से अकाली दल और पटना के जत्थेदार को इसकी जानकारी भी दी है।*
*फिर संविधान पढ़े। उसमें साफ लिखा हुआ है। कोई व्यक्ति प्रधान बनना चाहता है तो वह 2 साल पहले अमृत पान किया हुआ हो।*
10 साल के कार्यकाल में उन पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा बल्कि देश दुनिया में सिखों की आन बान शान का प्रतीक पगड़ी के प्रति लोगों का आदर सम्मान बढ़ा। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की ईमानदार कोशिश के बावजूद हमले होते रहे। 2014 में कांग्रेस ने उन्हें प्रधानमंत्री बनाया तो दुनिया भर के वैसे लोग जो सिख धर्म के सिद्धांत नीतियां आदर्श मूल्य से अनजान थे, अवगत हुए।
दुनिया भर के बड़े विश्वविद्यालय में उनकी आर्थिक नीति पढ़ाई जाती है देश को उन्होंने मजबूत आर्थिक अर्थव्यवस्था प्रदान की।
कांग्रेस नेता एवं प्रधानमंत्री होने के बावजूद साल 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार और सिख नरसंहार के लिए कई मौकों पर उन्होंने क्षमा याचना भी की।
92 वर्ष के उम्र के पड़ाव में उन्हें सिख पंथ की ओर से सम्मानित किया जाना चाहिए जैसे पूर्व में बड़ी सिख हस्तियों को कौम ए निशान, फख्र ए निशान से नवाजा जाता रहा है।
सिख ही नहीं दुनिया का हर दंपति चाहता है कि उसके घर में मनमोहन सिंह जैसा विद्वान सच्चा ईमानदार बेटा पैदा हो।
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने नामधारी मत के मुखिया गुरु ठाकुर सिंह के पहल का स्वागत किया है कि उन्होंने अपना एक प्रतिनिधि मंडल श्री अकाल तक सब भेज और इस आशय का आग्रह जत्थेदार सिंह साहब ज्ञानी रघुवीर सिंह से किया है।