जमशेदपुर। समर्थ समाज का लक्ष्य अन्त्योदय होना चाहिए, क्योंकि जो कुछ मिला है इसी समाज के कारण मिला है इसलिए अपने लाभ का कुछ हिस्सा समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े लोगों के उत्थान के लिए खर्च करना चाहिए। यह विचार स्व. के. के. बाबू का भी रहे, जिन्होने जीवनपर्यन्त समाज के हर वर्ग के साथ अपना सहयोग रखा, आज हम उनको याद कर रहे हैं, यह उसी का कारण है। उक्त विचार पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने यहां बागबेड़ा थाना चौक स्थित राम मनोहर लोहिया नेत्रालय में नेत्र ज्योति महायज्ञ-2021 को उद्घाटन पर व्यक्त किया। समाजसेवी व रेड क्रॉस के पेट्रन स्व. के. के. सिंह के पुण्यस्मृति में आयोजित इस नेत्र शिविर का उद्घाटन श्री रघुवर दास के साथ स्व. के.के. सिंह की पत्नी श्रीमती उर्मिला देवी, समाजसेवी बेली बोधनवाला, रमेश अग्रवाला, अरुण बांकरेवाल, राम मनोहर लोहिया नेत्रालय के अध्यक्ष बालमुकुन्द गोयल, रेड क्रॉस सोसाईटी के मानद सचिव विजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। नेत्र ज्योति महायज्ञ में सेवा देने उपस्थित रेड क्रॉस के नेत्र ज्योति योजना के चिकित्सीय टीम प्रमुख डॉ. बी. पी. सिंह एवं युवा चिकित्सक डॉ. विवेक केडिया को श्री रघुवर दास ने सम्मानित करते हुए कहा कि अपने निजी जीवन की व्यस्तता के बीच इस तरह से समाज के लिए नियमित योगदान देना अनुकरणीय है। 28 वर्षों से निरन्तर आयोजित हो रहे नेत्र शिविरों का प्रतिवेदन रखते हुए रेड क्रॉस के मानद सचिव विजय कुमार सिंह ने बताया कि 1 से 593 नेत्र शिविरों की यात्रा के पीछे इसके सहयोगियों का हांथ हैं, जिसमें समाज के प्रबुद्ध नागरिक, संस्थाएं, चिकित्सकों की टीम का सकारात्मक व सशक्त सहयोग है। उन्होने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी अपेक्षित सहयोग हेतु आग्रह किया। के. के. एजुकेशनल फाउण्डेशन की संरक्षक श्रीमती उर्मिला देवी ने इस अवसर पर कहा कि के. के. बाबू जीवन में आंखों की महत्व को बताते थें और बताते थें कि धन की उपयोगिता क्या है। उन्होने कहा कि उनके बताये कार्यों को करते रहने से हम सभी उनका सानिध्य अनुभव करते हैं। उन्होने नेत्र शिविर के आयोजन के लिए रेड क्रॉस की टीम को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में श्री बेली बोधनवाला ने कहा कि नेत्र रोगियों को रौशनी मिलने के बाद उनके दिल से निकलने वाली दुआ ही सही मायने में रेड क्रॉस की पहचान का माध्यम है, आज रेड क्रॉस की उंचाई बताती है कि किस तरह व लोगों के जीवन से जुड़ा है। कार्यक्रम में विचार रखते हुए समाजसेवी श्री रमेश अग्रवाला ने कहा कि 50 हजार से अधिक लोगों के जीवन में इन 28 वर्षों में इन नेत्र शिविरों में रौशनी आयी है, इसके बड़े मायने हैं 50 हजार परिवार के जुड़े सदस्यों को अंधेरी दुनिया से रौशनी में लाना है, ये अंधेरी दुनिया को उजाले में लाने के समान है। कार्यक्रम में उपस्थित समाजसेवी व उद्योगपति अरुण बांकरेवाल ने कहा कि यह काम एक यज्ञ के समान है, जिसमें समाज के प्रत्येक तबके का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होने चिकित्सकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष भर इस तरह के आयोजन से जुड़े रहकर गरीब जरूरतमंद को रौशनी देने का कार्य बड़ा है। कार्यक्रम में सभी का स्वागत राम मनोहर लोहिया नेत्रालय के अध्यक्ष श्री बालमुकुन्द गोयल ने किया तथा संस्था के पदाधिकारी द्वारा आगंतुक अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। आज नेत्र ज्योति यज्ञ-2021 के प्रथम दिन 1050 नेत्र रोगियों के आंखों की जांच की गयी, जिसमें से 430 नेत्र रोगियों को मोतियाबिन्द ग्रस्त नेत्र रोगी के रूप में चयनित किया गया। रविवार एवं सोमवार को स्वास्थ्य जांच में पूर्ण रूप से उपयुक्त पाये गये नेत्र रोगियों का ऑपरेशन एवं लेंस प्रत्यारोपण राम मनोहर लोहिया नेत्रालय के ऑपरेशन थियेटर
समर्थ समाज का लक्ष्य अन्त्योदय होना चाहिए: रघुवर दास
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