जनता दरबार मेरे लिए जनता की सेवा करने का अवसर हैं, इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलकर सुख दुख साझा करता हूँ और समस्याओं के समाधान का प्रयास करता हूँ:स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से उनके कदमा स्थित कार्यालय में मिलने वालों का तांता लगा रहा. लोगों की तरह – तरह की समस्याओं को,चाहे वो छोटी हो या बड़ी उन्होंने ध्यान पूर्वक सुना और तत्काल सम्बंधित पदाधिकारियों को समाधान का निर्देश दिया.जनता दरबार में बिजली बिल,स्कूल के फीस,रांची रिम्स में इलाज ,सड़क निर्माण,ग्रीन राशन कार्ड बनाने,वृद्धा विधवा पेंशन,विकलांग प्रमाण पत्र,नाली सफाई की समस्याओं को जनता ने माननीय मंत्री जी के समक्ष रखा है. जनता दरबार में चलने -फिरने में असमर्थ सोनारी के रहने वाले दिव्यांग व्यक्ति जॉनी लकड़ा को भी उनके परिजन वहां लेकर पहुंचे,जिन्हें माननीय मंत्री जी के द्वारा तत्काल एक व्हीलचेयर प्रदान किया गया.कदमा के रहने वाले एक व्यक्ति को सुनने में बहुत परेशानी हो रही थी माननीय मंत्री जी ने उनको अपने हाथों से सुनने वाली मशीन प्रदान किया. इस दौरान मनोज झा, प्रभात ठाकुर,संजय तिवारी,माजिद अख्तर,रवि दुबे,कैलाश रजक,जितेंद्र सिंह, इरशाद हैदर ,पप्पू सिंह ,शाहनवाज अहमद,भवानी सिंह ,ईश्वर सिंह ,बबन शुक्ला उपस्थित थे
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शनिवार को जमशेदपुर के साकची स्थित कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधा युक्त सिटी स्कैन सेंटर का शुभारंभ किया
पीपीपी मोड पर स्थापित इस सिटी स्कैन सेंटर में भारत सरकार द्वारा तय मानक के अनुसार मरीजों को पैसे चुकाने पड़ेंगे. इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, कि यहां वैसे मरीजों का भी सीटी स्कैन कम दर पर होगा जो बीपीएल, अंत्योदय अधिक कोटा से आते हैं. इसके अलावा अन्य गरीबों एवं पुलिस कर्मियों का भी सिटी स्कैन यहां सरकारी दर पर किया जाएगा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही एमजीएम अस्पताल में 700 बेड का अस्पताल भवन बनकर तैयार हो जाएगा. करीब 400 करोड रुपए की इसमें लागत आएगी, जिसकी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने चुनाव पूर्व जनता से किए गए वायदों को पूरा करने का हर संभव भरोसा दिलाया. उन्होंने बताया कि विरासत में जो लचर व्यवस्थाएं मिली है, उसे दुरुस्त करने में थोड़ा वक्त जरूर लग रहा है, मगर जनता से किए गए वादों का शत प्रतिशत अनुपालन किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने अस्पताल के अधीक्षक को पुराने मशीनों को तत्काल बदलने का निर्देश दिया है. ताकि लोगों को सरकारी अस्पताल की मानसिकता से बाहर निकाला जा सके.