किसानों की मौत पर जमशेदपुर के आंदोनकारियों का गुस्सा फूटा, कैंडल मार्च के बाद युपी सरकार का पुतला फूंका
दमनकारी सरकार को किसानों के खून का हिसाब देना होगा, अब किसान इंसाफ लेकर रहेंगे: भगवान सिंह
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री के बेटे की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में जमशेदपुर के किसानों में भी रोष है। सोमवार को जमशेदपुर में किसान आंदोलन समर्थकों विशाल कैंडल मार्च निकाल उत्तर प्रदेश सरकार के विरुद्ध रोष प्रकट करते हुए सरकार का पुतला दहन किया।
किसान नेता सह गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के प्रधान भगवान सिंह की अगुआई में कैंडल रोष यात्रा साकची गोलचक्कर से शुरू होकर साकची नौ नम्बर स्टैंड तक जाकर वहां से वापस साकची गोलचक्कर पहुँची जहां केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की गई। इसके बाद सभी प्रदर्शनकारियों ने युपी सरकार का पुतला दहन किया। इस अवसर पर भगवान सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई। रौद्र रूप दिखाते हुए भगवान सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों के खून का हिसाब देना होगा उन्होंने कहा किसान अपना इंसाफ लेकर रहेंगे। किसान आंदोलन एकजुटता मंच के सुमित रॉय ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कैण्डल मार्च में मुख्यरूप से जसवंत सिंह जस्सू, सतविंदर सिंह रोमी, सुखवंत सिंह, सुखविंदर सिंह, ज़ेबा खान, सुमित राय, दीपक रंजीत, गौतम बोस, कुमार मार्डी, डॉ राम कविंद्र सिंह, विमल दास चंदना बनर्जी, ज़ेबा खान, अजीत तिर्की, सुशांत सरकार, समर महतो, समित कर, जयनारायण मुंडा, विक्रम कुमार, सोनी सेनगुप्ता, सोहन महतो सही बड़ी संख्या अन्य प्रदर्शनकारी शामिल हुए।