जमशेदपुर के सिदगोड़ा पोस्ट ऑफिस के पास घर में घुसकर मनप्रीत पाल सिंह की हत्या के मामले में सिख समाज का गुस्सा फूट पड़ा है. समाज ने प्रशासन को शनिवार सुबह 10 बजे तक का समय दिया है. गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है. शुक्रवार को समाज के लोग मनप्रीत के घर के बाहर एक जुटे और आंदोलन की जानकारी दी. जानकारी देते हुए सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने बताया कि इस तरह का अपराध एक जघन्य अपराध है. दिन दहाड़े घर में घुसकर एक युवक की हत्या कर दी गयी और प्रशासन इस मामले में कुछ भी नही कर रही है. उन्होंने कहा कि आज समाज के लोगों ने बैठक कर यह निर्णय लिया है कि आज रात तक गिरफ्तारी का इंतेजार करेंगे. गिरफ्तारी नहीं होने पर शनिवार सुबह 10 बजे फिर से बैठक कर आंदोलन पर सहमति बनेगी. इसके बाद आंदोलन को उग्र करते हुए एसएसपी कार्यालय के समझ धरना प्रदर्शन किया जायेगा
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मनप्रीत हत्याकांड के तीसरे दिन भी सिख समाज के लोग सिदगोड़ा स्थित शिवसिंह बगान में जुटे और बैठक की. बैठक में स्पष्ट कहा गया कि जबतक हत्याकांड के पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तबतक शव का न तो पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार ही किया जायेगा. सिख समाज के लोगों का कहना है कि पुलिस ने कहा है कि राहुल और नवीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. बाकी के तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही है.
सरदार शैलेंद्र सिंह व मुखे पहुंचे हैं आवास पर
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सिख समाज के लोगों की बात करें तो सरदार शैलेंद्र सिंह और गुरमुख सिंह मुखे सिदगोड़ा आवास पर पहुंचे हुये हैं. इसके अलावा पुलिस बल को दो दिनों से घर के बाहर सुरक्षा-व्यवस्था के लिये लगा दिया गया है. आवास पर पहुंचने वाले समाज के लोगों के चेहरे पर आक्रोश साफ झलक रहा था. घर में घुसकर मनप्रीत पाल सिंह की हत्या करने के मामले में पूरा समाज ही मनप्रीत के परिवार के साथ खड़ा है.
8 मई की शाम 4 बजे की है घटना
मनप्रीत पाल सिंह की हत्या 8 जून की शाम 4 बजे घर में घुसकर गोली मारकर और चाकू गोदकर कर दी गयी थी. हत्या के मामले में राहुल सिंह, अक्षय सिंह, एग्रिको रोड नंबर 5 के रहने वाले गौरव कुमार गुप्ता, एग्रिको रोड नंबर 11 के रहने वाले नवीन सिंह, सिदगोड़ा टाटा लाइन के रहने वाले पुरन चौधरी व अन्य पर थाने में मामला दर्ज कराया गया है. हत्याकांड का खुलासा करने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये शहर की पुलिस टीम शहर के अलावा शहर के बाहर भी छापेमारी कर रही है.
गवाही देने के कारण हुई हत्या
मनप्रीत पाल सिंह की 8 जून को सिविल कोर्ट में गवाही थी. गवाही नहीं देने के लिये राहुल सिंह की ओर स उसे पहले से ही मना कर दिया गया था. इसके बाद ही राहुल अपने साथियों के साथ मनप्रीत के घर में घुस गया था और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी थी. मनप्रीत घटना के गो दिन पहले ही पंजाब से शहर आया था. गवाही देने के बाद वह उसी रात पंजाब लौटने वाला था. पंजाब में वह बी कॉम की पढ़ाई कर रहा था.