जादूगोड़ा थाना क्षेत्र साइबर अपराधियों का बना गढ़ !
एसएसपी पीयूष पांडे के योगदान के बाद साइबर ठगो पर बड़ी कार्रवाई की उम्मीद जगी
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जादूगोड़ा थाना क्षेत्र साइबर अपराधियों का गढ़ बनता जा रहा है कई लोग साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं यूसिल के वैज्ञानिक आर एल पटनायक एक करोड़ 27 लाख रुपए के शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगी का शिकार हुए हैं 4 महीने बाद भी अभी तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है लगातार जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में साइबर अपराधी बढ़ रहे हैं दर्जनों युवा इस अपराध में शामिल है कई युवाओं को साइबर थाना से नोटिस भी जारी किया गया है एवं लगातार लोग इस तरीके के शिकार भी हो रहे हैं ।
नए एसएसपी पीयूष पांडे के आने पर लोगों को उम्मीद जगी है कि जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में साइबर ठगो पर बड़ी कार्रवाई होगी।
साइबर अपराध में रोक लगाना एस एस पी के लिए काफी बड़ी चुनौती होगी पुलिस के द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है इसके बाद भी ठगी का कारोबार बंद होने का नाम नहीं ले रही है युवाओं के द्वारा लगातार भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं।
एक साल में कई लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं। पुलिस ने कोकदा गांव से पांच युवकों को गिरफ्तार कर साइबर ठगी का खुलासा किया था कोकदा के रोहित भगत, मलय भगत, मंतोष भगत समेत दो अन्य को जेल भेजा गया। इसके बाद भी साइबर नेटवर्क कमजोर नहीं हुआ। गाजियाबाद और पटना साइबर थाना से लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं।
हाल ही में पांच लोगों को नोटिस भेजा गया। इनमें नवरंग मार्केट के निहंशु सिंह, कोकदा के जगदीश कुमार भगत, काला पत्थर के उज्ज्वल कुमार प्रमाणिक, जादूगोड़ा के हेमंत कुमार कालिंदी और कुल्डीहा के दीपक कुमार भगत शामिल हैं। गुजरात पुलिस ने इचढ़ा के साइबर ठगों को भी कई बार नोटिस दिया हे।
आसानबनी के महेश्वर दास के खाते से 30 हजार रुपये उड़ाए गए। कई अन्य लोगों के खाते से भी पैसे निकाले गए हैं। इन मामलों की शिकायत जादूगोड़ा थाना में दर्ज की गई है।
युवाओं में साइबर अपराध की लत तेजी से बढ़ रही है। करोड़पति बनने की चाह में वे इस जाल में फंस रहे हैं। इसका मुख्य केंद्र जादूगोड़ा के राखा माइंस और कोकदा में है। ग्रामीणों को लालच देकर उनसे बैंक खाता लिया जाता है। इन खातों में ठगी का पैसा भेजा जाता है। कमीशन देकर बाकी रकम ठग ले लेते हैं। इसी लालच में गांव के लोग भी इस अपराध में शामिल हो रहे हैं।
। युवाओं के पास अचानक बड़ी गाड़ियां, मकान और महंगे मोबाइल आने से भी लोगों को उनके अपराध में शामिल होने का संदेह हो रहा है।जादूगोड़ा क्षेत्र ठगी करने वालों के लिए काफी सेफ जोन है