हावड़ा-मुंबई मेल दुर्घटनाग्रस्त, रेल यातायात बाधित , कई ट्रेन रद्द
तीन की मौत
रेलवे की हकीकत आज सामने है :हेमन्त सोरेन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चक्रधरपुर रेल मंडल के हावड़ा-मुंबई मेल दुर्घटनाग्रस्त हों गया।इस घटना में 3 कोच पटरी से उतर गए हैं।इस घटना के बाद से हावड़ा मुंबई मुख्य मार्ग पर रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। घटना का सूचना मिलते ही रेल मंडल मुख्यालय में हड़कंप मच गया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या 12810 हावड़ा से मुंबई जा रहें मुंबई मेल ट्रेन चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन आ रही थी। इसी दौरान बड़ाबाम्बो राजखरसावां
रेलवे स्टेशन के बीच मालगाड़ी से इंजन टकरा गया। जिससे मेल ट्रेन का तीन बोगी दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि चालक की सूझबूझ से एक बड़ा घटना होने से टल गया है। घटना के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय में
एक के बाद एक लगातार पांच हूटर बजाएगा। इसके बाद चक्रधरपुर रेल मंडल में हड़कंप मच गया। इधर घटना के सूचना मिलते ही चक्रधरपुर रेल मंडल के अधिकारी घटनास्थल रवाना हो गया। इधर इस घटना के बाद से हावड़ा मुंबई मुख्य मार्ग पर रेल यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से खुलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया गया। हालांकि इस घटना में तीन की आधिकारिक मौत की सूचना है यात्रियों को मामूली चोट भी आई हैं।
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी कैम्प कर राहत कार्य में लगे रहे
सुबह करीब 4:00 बजे सरायकेला-खरसावां जिले के खरसावां प्रखंड के पोटोबेड़ा गांव में हावड़ा – मुंबई मेल ( ट्रेन संख्या 12810 ) रेल दुर्घटना की सूचना मिली । दुर्घटनास्थल की जानकारी मिलते ही तत्काल ओपी प्रभारी वरीय पदाधिकारियों को सूचित करते हुये अपने फोर्स के साथ वहां पहुंचे। अविलंब एस०डी०पी०ओ०चक्रधरपुर पहुंचकर एबुलेंस और बस के माध्यम से सभी घायलों को नजदीकी अस्पतालों तक पहुंचाया और कुछ
को मामूली चोटों के लिए मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। मुकेश कुमार लुनियात, पुलिस
अधीक्षक,सरायकेला प्रातः से कैम्प कर राहत कार्य में लगे हुये है
*सूचना मिलते ही एसपी चाईबासा,डी०सी० चाईबासा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे*
दुर्घटना में प्रभावित अन्य सभी
यात्रियों को बसों, रिजर्व एंबुलेंस और विशेष ट्रेन के माध्यम से चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन ले जाया गया।
डीआईजी कोल्हान और डिवीजनल कमिश्नर, कोल्हान भी प्रातः से ही घटनास्थल पर पहुंचकर कैम्प
कर रहे हैं। साथ ही पुलिस मुख्यालय झारखण्ड एवं जिला पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा
सामंजस्य स्थापित करते हुये अग्रतर कार्रवाई प्रारम्भ की गई एवं झारखंड सशस्त्र पुलिस 6, सीटीसी
मुसाबनी एवं आईआरबी 2 के जवानों को अविलंब राहत कार्य हेतु घटनास्थल पर भेजा गया ।
इस दुर्घटना में घायल हुए करीब 18 लोगों को चक्रधरपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है,
दो यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। दुर्घटना में अब तक दो लोगों के हताहत होने की सूचना है। शेष
यात्रियों को बस से चक्रधरपुर भेजा जा रहा है, ताकि वे आगे की यात्रा कर सकें। इस दुर्घटना में
हावड़ा-मुंबई मेल (ट्रेन संख्या 12810 ) के कुल 18 डिब्बे साथ ही मालगाड़ी का एक डिब्बा भी प्रभावित हुआ है।सरायकेला, चक्रधरपुर एवं जमशेदपुर के निकटस्थ जिलों के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया गया एवं घायलों को अविलंब रेस्क्यू कर चक्रधरपुर के निकट अस्पताल में पुलिस वाहन, एम्बुलेंस से भेजा गया ताकि यथाशीघ्र उनका इलाज प्रारंभ हो सके । चाईबासा, सरायकेला जिला से भी अविलंब।खाली बसों को मंगाया गया ताकि उक्त दुर्घटना में यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा सके झारखण्ड पुलिस के द्वारा सरायकेला, चक्रधरपुर एवं जमशेदपुर के निकटस्थ जिलों के सभी अस्पतालों टी०एम०एच,एम०जी०एम० सदर अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखने का अनुरोध किया गया है। जिला
प्रशासन और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी रेलवे अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए
हैं। इस राहत कार्य में झारखंड पुलिस के अतिरिक्त सीआरपीएफ के भी वरीय पुलिस पदाधिकारी कैम्प
कर रहे हैं और राहत कार्य में लगे हुये हैं। सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल एवं जी०आर०पी० से
समन्वय स्थापित कर राहत कार्य किया जा रहा है, बचाव अभियान जारी है। एनडीआरएफ
घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में लग गई है। स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है ।
रेलवे की हकीकत आज सामने है :हेमन्त सोरेन
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चक्रधरपुर रेल हादसे को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने अपने मंत्री और विधायकों को घटनास्थल पर भेजा था चिंता का विषय है कि जिस तरीके से अभी लगातार ट्रेने में बेपटरी हो रही है और लोगों के जान माल का नुकसान हो रहा है और अभी तो मैं यही कहूंगा कि इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है उनकी आत्मा को शांति मिले और परिवारवालों को इस हालात से जुझने की शक्ति दे । हम लोगों ने अपनी तरफ से मृतकों के लिए ₹200000 और घायलों के लिए ₹50000 देने का ऐलान किया है। लेकिन जिस पर पूरे देश के आम नागरिकऔर विशेष कर मिडिल क्लास लोअर मिडल क्लास जिनके लिए यह लाइफ लाइन थी जिस देश के इस कोने से उसे होने तक आवागमन करने का एक मजबूत जरिया था, वो इस कदर टूटा है कि वो अभी भी जुड़ता हुआ नहीं दिख रहा है। बल्कि और बिखरता दिख रहा है और रेल मंत्रालय जो खबरों व चैनलों के माध्यम से दिखाती है उसका हकीकत आज आपके सामने है …