दयानंद कश्यप की रिपोर्ट
बेगुसराय :जिले के पत्रकारिता आंदोलन के स्तंभ साम्हो निवासी 75 वर्षीय गुणानंद मिश्र का निधन शनिवार के दिन नई दिल्ली के निजी अस्पताल में हो गया. विगत 50 वर्षो से अधिक दिनों तक पत्रकारिता की सेवा करने वाले गुणानन्द मिश्र के निधन की खबर सुनते ही पूरा जिला शोकाकुल हो गया.लंबे समय तक पत्रकारिता की सेवा करने वाले गुणानन्द मिश्र लोगों के बीच बाबा गुणानन्द मिश्र के रूप में याद किये जाते रहे हैं.जानकारी के अनुसार बाबा गुणानन्द मिश्रा का जन्म साम्हो में युमना मिश्र के घर हुआ.अपनी प्रारंभिक शिक्षा साम्हो से शुरू कर बाबा ने अपनी बांकि पढ़ाई बेगूसराय से पूरी की.मुंगरे से निकलने वाली साप्ताहिक पत्रिका अग्रसर से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत की थी.बाद में वे बेगूसराय टाइम्स से भी जुड़े. मटिहानी से आर्यावर्त के लिए 1972 के आसपास लिखना शुरू किया.लंबे समय तक पत्रकारिता की सेवा करने वाले बाबा गुणानन्द ने वर्ष 2004 में बेगूसराय में प्रभात खबर का दायित्व अपनाते हुए लगभग 19 वर्ष तक बेगूसराय प्रभात खबर के प्रभारी रहे.बाबा गुणानन्द मिश्र ने बेगूसराय प्रेस क्लब की स्थापना में भी अहम योगदान दिया था. उन्होंने अपने जीवन में लगभग 100 से अधिक पत्रकारों को पत्रकारिता करने का गुर सिखाया था. विगत वर्ष उन्होंने शारीरिक अस्वस्थ्यता की वजह से प्रभात खबर से बतौर कार्यालय प्रभारी से अवकाश लिया था.बाबा की कमी पूरे जिलेवासियों को सदैव महसूस होती रहेगी.सादर नमन गुणानंद मिश्रा के निधन पर प्रेस क्लब में श्रध्दांजलि अर्पित करने वाले पत्रकारों में जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष विनोद कर्ण व शालीग्राम सिंह, श्यामा चरण मिश्रा, अग्नि शेखर, स्मित पराग, रुपेश कुमार, सौरभ कुमार, कुमार भवेश, विभूति भूषण, दयानंद गुप्ता, गौरव चंद गांधी,पंकज झा ,मो0 आरिफ पवन बन्धुसं तोष श्रीवास्तव,पूर्व मेयर आलोक अग्रवाल,डॉ0 अशोक गुप्ता हरेराम दास, श्रीकृष्ण मिश्रा, साम्हो प्रमुख सह पत्रकार मनोज कुमार, राजीव कुमार, कृष्ण नंदन सिंह, जितेंद्र कुमार, कन्हैया कुमार, पूर्व एमएलसी रूदल राय, लोजपा (रामविलास) जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार, आर्यभट्ट लोहिया नगर निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, पैगाम ए अमन के मो अहसन, डॉ. रंजन कुमार चौधरी, डॉ. संजय कुमार, कांग्रेस नेता कुमार रत्नेश टूल्लू, रंजन कुमार मुखिया जी,अमरेंद्र सिंह,सहित अन्य गणमान्य लोगों ने पुष्प देकर उन्हें अंतिम विदाई दी। उनका दाहसंस्कार सिमरिया गंगा घाट पर किया गया।वे पंचतत्व में विलीन हो गए।