ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल व जन प्रकाश डिमना लेक के तत्वाधान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी 73 वे शहीदी दिवस का आयोजन किया गया
सर्व प्रथम अतिथियो के द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए शत शत नमन श्रद्धान्जलि दिया
तदोपरांत स्कूल के निदेशक मुख्य वक्ता मधुकर कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी की पुण्यतिथि पर हर साल 30 जनवरी को शहीद दिवस मनाया जाता है। 1948 में गांधी की नाथूराम गोडसे द्वारा प्रार्थना सभा में जाते हुए हत्या कर दी गई थी। गोडसे ने उन्हें नजदीक से तीन गोलियां मारी थीं।
सभा को संबोधित करते हुए रामनाथ मिश्रा ने कहा कि गांधी को 1915 के आसपास मरणोपरांत ‘महात्मा’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था। संस्कृत में महात्मा का मतलब ‘महान आत्मा’ होता
महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में एक वकील थे। नस्लभेद की एक घटना ने उन्हें भारत वापस आने पर मजबूर किया। यहां आकर वे एक सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता बन गए। उन्हें अंग्रेजों से भारत को आजादी दिलाने के लिए याद किया जाता है। उन्हें सत्य और अहिंसा की नीति के लिए भी जाना जाता है।
कार्यक्रम के दौरान 2 मिनट के मौन धारण के साथ प्रार्थना सभा का भी आयोजन हुआ
कार्यक्रम को युवा नेता गौरव राय के अलावे विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं ने भी संबोधित किया