संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : लंबी अवधि से अकाल के कारण अन्न का अभाव झेल रहे लोगों की पीड़ा की खबर लगातार आ रही है। इसमें डीलर द्वारा नियमित रूप से खाद्यान्न का वितरण नहीं करना कोढ़ में खाज का काम करता है। ऐसा ही एक मामला जिले के कांडी प्रखंड कार्यालय पर शनिवार को पहुंचा। जब सरकोनी गांव व अमस्था टोला के सैकड़ों की संख्या में राशन कार्डधारी लाभुकों ने जन वितरण प्रणाली की विक्रेता नीलम स्वयं सहायता समूह के खिलाफ में आवाज उठाई। लाभुकों ने कहा कि पीडीएस दुकानदार द्वारा अगस्त व सितंबर माह के राशन कार्डधारी लाभुकों के बीच वितरण नहीं किया गया। फलतः उनका परिवार भुखमरी का शिकार हो रहा है। सैकड़ों की संख्या में कार्डधारी लाभुकों ने पंचायत की उप मुखिया रानी देवी के नेतृत्व में पीडीएस दुकानदार नीलम स्वयं सहायता समूह के खिलाफ राशन नहीं देने का आरोप लगाते हुए बीडीओ सह बीएसओ मनोज कुमार तिवारी को आवेदन सौंपा। उन्होंने दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए राशन दिलाने की मांग की।
आवेदन देने वालों में सत्येंद्र वर्मा, प्रदीप गुप्ता, गीता देवी, सुमित्रा देवी, रीता देवी, निर्मला देवी, लालती देवी, कविता देवी, सावित्री देवी, बसंती देवी, उषा देवी, अनिता देवी, मुन्नी देवी, पचू मिस्त्री, लालू मेहता, आलोक कुमार शर्मा, कमलेश मेहता, मुद्रिका मेहता सहित काफी संख्या में लाभुकों का नाम शामिल है।
इस संबंध में डीलर प्रतिनिधि निरंजन सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगस्त व सितम्बर दो महीने का राशन मुझे मिला ही नहीं है। मेरी गंभीर बीमारी का भेल्लोर में इलाज चल रहा था। मेडिकल लीभ में दुकान बंद थी। अक्टूबर 22 से फरवरी 23 तक सुनील गुप्ता के पास दुकान थी। उस समय का बकाया उनपर होना चाहिए था, जो मुझपर दिखाकर मुझे राशन नहीं मिला। इसका सुधार करा रहा हूं।
वहीं कांडी उत्तरी क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य सुषमा कुमारी के प्रतिनिधि दिनेश कुमार ने कहा कि दो महीने का राशन नहीं देने की लगातार शिकायत मिल रही है। जबकि उपायुक्त ने दोनों माह का पूरा राशन देने को कहा है। यहां समाधान नहीं हुआ तो वे लाभुकों को लेकर गढ़वा जाएंगे।
इस संबंध में बीडीओ सह बीएसओ मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि नीलम स्वयं सहायता समूह के ऊपर लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी। जांचोपरांत दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।