फिर से 1932 खतियान का आंदोलन तेज किया जाएगा- निर्मल मुर्मू
कोल माइंस से विस्थापित लोगों को हक दिलाने और स्थानीय आदिवासी युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए आंदोलन किया जाएगा
अमड़ापाड़ा प्रखंड में 9 अगस्त 2022 को विश्व आदिवासी दिवस भव्य तरीके से मनाया जाएगा
आज दिनांक 10 जून 2022 को प्रकृति विहार पार्क कमरा पड़ा में एसीजे की एक आवश्यक बैठक बुलाई गई जिसका अध्यक्षता मोहन मुर्मू ने किया। बैठक में आमड़ापाड़ा, लिट्टीपाड़ा, हिरणपुर और गोपीकंदर से सैकड़ों युवा उपस्थित हुए थे। बैठक में उपस्थित सभी युवाओं ने एक स्वर में कहा कि सरकार यहां के आदिवासी युवाओं के साथ छलावा कर रही है ना रोजगार दे रही है ना ही 1932 का खतियान लागू कर रहा है। इसके लिए फिर से आंदोलन किया जाएगा। इसका विशाल आंदोलन का शुरूआत आमड़ापाड़ा से किया जाएगा। अमड़ापाड़ा में इस बार 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। विराट रूप से उसमें 1932 का खतियान लागू करने व खतियान आधारित स्थानीय नीति और नियोजन नीति लागू करने का प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित युवाओं ने अमरापाड़ा में कोयला का उत्खनन कर रहे डब्ल्यू पी डी सी एल कंपनी और बीजीआर कंपनी के विरोध में भड़ास निकाली। सभी ने कहा यहां विस्थापन होगा आदिवासी, आदिवासियों का हाथ से जमीन निकल जाएगा, आदिवासियों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, आदिवासियों का हाथ से हमेशा के लिए जमीन जा रहा है, फिर बाहरी लोगों को यहां पर रोजगार क्यों? जिसका जमीन गया है सर्वप्रथम उसको रोजगार मिलना चाहिए, इसके बाद जिस समुदाय का जमीन गया है उस समुदाय के लोगों को रोजगार मिलना चाहिए इसके बाद ही बाकी लोगों को लाभ दिया जाना चाहिए । अन्यथा विराट रूप से आंदोलन किया जाएगा। बैठक में नॉर्थ कॉल ब्लॉक एरिया से पहुंचे युवाओं ने कहा यहां कॉल कंपनी धोखा के ऊपर धोखा कर रही है सरकार के मिलीभगत से ना तो विस्थापन का लाभ ठीक से वहां के लोगों को दिया जा रहा है ना ही मुआवजा ही ठीक प्रकार से दिया गया है। रोजगार तो दूर की बात। इसलिए आंदोलन करना जरूरी हो गया है।
बैठक में अजीत टुडू, गंगाराम टुडू, माईकल मराण्डी,रोशन बेसरा,बजल टुडू,मोहन मुर्मू, मिकाइल मुर्मू, दानिएल मुर्मू आदि सैकड़ों युवा उपस्थित थे।