सूर्यमंदिर परिसर में श्रीराम कथा के प्रथम दिन गुरु महिमा एवं श्रीराम कथा महिमा से मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु, पूरा क्षेत्र हुआ भक्तिमय
■ पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं भाजपा झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने व्यास पीठ का किया पूजन, 5 सदस्यीय संगीत मंडली ने मनमोहक भजन की दी प्रस्तुति।
जमशेदपुर। सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिति द्वारा श्रीराम मंदिर स्थापना के तृतीय वर्षगांठ के अवसर पर संगीतमय श्रीराम कथा का बुधवार को शुभारंभ हुआ। कथा प्रारंभ से पहले वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, भाजपा प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय ने कथा व्यास पीठ एवं व्यास का विधिवत पूजन किया। पूजन पश्चात श्री अयोध्याधाम से पधारे मर्मज्ञ कथा वाचिका पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी का स्वागत किया गया।
स्वागत के पश्चात कथा वाचिका पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी ने श्रीराम कथा के प्रथम दिन श्रीराम कथा महिमा एवं गुरु महिमा का वर्णन किया। कथा में 7 सदस्यीय संगीत मंडली ने मधुर व मनमोहक भजन प्रस्तुत कर पूरे क्षेत्र को भक्तिमय कर दिया। मर्मज्ञ कथा वाचिका पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी ने श्रीमुख से श्रीराम कथा महिमा एवं गुरु महिमा की कथा सुनाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथा में श्रद्धालुओं का जबरदस्त हुजूम शामिल हुए।
प्रसंग का वर्णन करते हुए पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी ने कहा कि श्री राम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है और श्री राम की कथा श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है। इसकी महिमा जितनी कही जाए, कम ही है। जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं उसका जीवन धन्य हो जाता है।
गुरु महिमा का वर्णन करते हुए पूज्य गौरी जी ने कहा कि भगवान जगत गुरू हैं, मनुष्य के जीवन में किसी न किसी गुरू की आवश्यकता रहती है। मनुष्य का जीवन बिना गुरू के अधूरा माना जाता है। गुरू के बिना ज्ञान नहीं मिलता और बिना ज्ञान के ईश्वर की प्राप्ति नहीं होती। जीवन रूपी पतंग की डोर गुरू के हाथ में होने से वे उसे ऊंचाई तक ले जाते हैं, जिससे सही दिशा में चलकर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास जी का सम्बोधन:
श्रीराम कथा के प्रथम दिन पूर्व मुख्यमंत्री सह सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास ने प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्याधाम से पधारी मर्मज्ञ कथा वाचिका पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी का स्वागत करते हुए कहा कि गौरांगी गौरी का अर्थ होता है खुशी की देवी। इसका अन्य मतलब है राधा। यह लौहनगरी वासियों का सौभाग्य है कि देश-विदेश में ख्याति प्राप्त एवं विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों से जुड़ी 24 वर्षीय परम् पूज्य पंडित गौरांगी गौरी जी के श्रीमुख से श्रीराम कथा की अमृतवाणी श्रवण करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि संसार के सभी ग्रंथों का सार श्रीरामचरितमानस में है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर के सभी रामभक्तों से सपरिवार श्रीराम कथा में शामिल होने की अपील की।
कल श्रीराम कथा के द्वितीय दिन शिव-विवाह प्रसंग का वर्णन किया जाएगा।
श्रीराम कथा में सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, नीरज सिंह, बिनोद राय, अमरजीत सिंह राजा, संतोष यादव, शैलेश गुप्ता, शशिकांत सिंह, महामंत्री अखिलेश चौधरी, रूबी झा, कृष्ण मोहन सिंह, बंटी अग्रवाल, कंचन दत्ता, अधेन्दू बनर्जी, लक्ष्मीकांत सिंह, प्रेम झा, प्रमोद मिश्रा एवं तृतीय वर्षगांठ आयोजन समिति के संयोजक गुंजन यादव, दिनेश कुमार, राकेश सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, खेमलाल चौधरी, बबुआ सिंह, गुरुदेव सिंह राजा, कमलेश साहू, महेंद्र यादव, मंजीत सिंह, अभिमन्यु सिंह चौहान, कुमार अभिषेक, संतोष कुमार, राकेश राय, सुशील पांडेय, अमित उपाध्याय, निकेत सिंह, प्रेमचन्द भगत, धनेश्वर सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।