देवघर श्रावणी मेला : 13717 सुरक्षाबल संभालेंगे कमान, इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल सेंटर से होगी निगरानी
कोरोना के दो साल बाद बाबा नगरी देवघर सावन में एक बार फिर से भक्तो से गुलजार होगा. 14 जुलाई से 12 अगस्त तक चलने वाला यह सावन मेला दो साल बाद हो रहे है. इस मेले में लगभग 50 लाख श्रद्धालु के देवघर पहुंचने का अनुमान है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरु कर दी है. पूरे मंदिर परिसर पर नजर रखने के लिए पहली बार इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है. यहां से 500 कैमरे के माध्यम से पूरे शहर पर नजर रखी जाएगी. सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं.
पुलिस मुख्यालय की तरफ से श्रावणी मेले को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पर की जा रहीं हैं. मेले में इस बार 13717 हजार सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है. इसमें आईपीएस अधिकारी, राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी, एसआई से लेकर जमादार शामिल होगे. मेले को लेकर देवघर में लगभग 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है. शहर के विभिन्न स्थानों में अस्थाई कंट्रोल रूम भी बनाए जा रहे हैं, जहां से पूरे शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी. अधिक भीड़ वाली जगहों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की गयी है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सादे लिबास में भीड़ पर निगाह रखेंगे. मेला के लिए देवघर और दुमका में 20 ओपी और 14 अस्थायी यातायात ओपी बनाए जा रहे हैं. पुलिस के जवानों के अलावा रैफ, एनडीआरएफ के साथ साथ झारखंड जगुआर के बीडीएस टीम को भी तैनात किया जाएगा.
पांच जोन में होगी सुरक्षा व्यवस्था
देवघर सावन मेले में भीड़ को देखते हुए पांच जोन में सुरक्षा व्यवस्था की गयी है. पांचो जोन में 13717 जवानों की तैनाती की जायेगी. जोन एक में 2515 जवान, जोन दो में 1480 जवान, जोन तीन में 4615 जवान, जोन चार में 4235 जवान और जोन पांच में 872 जवान को तैनात किया जायेगा. देवघर के पांच थाना क्षेत्र नगर थाना, रिखिया थाना, कुंडा थाना, जसीडीह थाना और मोहनपुर थाना क्षेत्र में इन पांचों जोन को जिम्मा दिया गया है. मेले के दौरान देवघर में 11 ट्रैफिक पोस्ट अस्थाई रूप से कार्य करेंगे. इन सभी जगहों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात होंगे और इनका कार्य मंदिर के साथ-साथ सारे रूट लाइन और अन्य जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करना होगा.