रोहतासगढ़ किला को जीर्णोद्धार करने की मांग, महामहिम को दिया राष्ट्रपति के नाम पत्र
– रोहतासगढ़ किला से जनी शिकार की प्रथा प्रारंभ ।
मुकेश रंजन संवाददाता
रांची :- जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष सोमा उरांव के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति महोदया के नाम एक आवेदन झारखंड के महामहिम सी.पी राधाकृष्णन को सौंपा। पत्र के माध्यम से रोहतासगढ़ किला( कैमूर बिहार) को गोद लेने की गुजारिश की है। इस रोहतासगढ़ किला से जनजातियों का शासन-प्रशासन चलता था वर्तमान समय में इसकी स्थिति जर्जर है ।
इसका उद्धार होना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि यह जनजातियों का प्राचीन धरोहर स्थल है। इसी किला पर शेरशाह सूरी ने 3 बार आक्रमण किए थे और पुरुष वेश धारण कर सिगनी दई और कैईली दई ने तीनों बार शेर शाह सुरी को बहुत ही बुरी तरह पराजित किए थे। यहीं से जनी शिकार की प्रथा प्रारंभ हुई है । जो प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार जनी शिकार निकलता है। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के द्वारा विगत कई वर्षों से माघ पूर्णिमा के दिन रोहतासगढ़ तीर्थ यात्रा महोत्सव मनाया जाता है जिसमें देश के कई कोने से जनजाति/ आदिवासी यहां अपने पारंपरिक वेशभूषा में आते हैं। पूजा पाठ कर पूर्वजों से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
रोहतास प्रखंड से किला की दूरी लगभग 37 किलोमीटर है जो बहुत ही ऊबड़ खाबड़ और जर्जर है । पत्र के माध्यम से सड़क, किला का सुंदरीकरण , बिजली की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था, सामुदायिक भवन, चिकित्सा की व्यवस्था पर भी जानकारी दी है। इसके अतिरिक्त
किला से शिव मंदिर की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है इस सड़क पर भी ध्यान आकृष्ट किया है।