नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 10वीं कक्षा की परीक्षा के अंकों की गणना एवं सारणीबद्ध करने तथा इसे बोर्ड को भेजने की समयसीमा को 30 जून तक बढ़ा दिया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. हालांकि, कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति और कई राज्यों में लॉकडाउन लागू होने के कारण शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समयसीमा बढ़ाने का फैसला किया गया है.सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, सीबीएसई शिक्षकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है. महामारी की स्थिति और कुछ राज्यों में लॉकडाउन तथा संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने तिथियों को आगे बढ़ाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, अंक 30 जून तक बोर्ड को भेज दिये जायेंगे. शेष गतिविधियों के बारे में सीबीएसई की योजना के आधार पर परिणाम समिति अपना कार्यक्रम तय कर सकती है.
गौरतलब है कि सीबीएसई ने इस महीने के प्रारंभ में 10वीं बोर्ड की रद्द की गई परीक्षा के संबंध में अंकों की गणना का फार्मूला पेश किया था. यह परीक्षा देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रद्द कर दी गई थी .इस फार्मूले के तहत प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के होंगे और 80 अंकों की गणना वर्ष भर में कक्षा में विभिन्न परीक्षा या टेस्ट में छात्र को मिले अंकों के आधार पर होगी.
बोर्ड ने स्कूलों को परिणाम समिति का गठन करने को कहा था, जिसमें अंकों को अंतिम रूप देने के लिये प्राचार्य और सात शिक्षक शामिल होंगे. स्कूल के पांच शिक्षक गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और दो भाषाओं के होंगे तथा दो शिक्षक पड़ोस के स्कूल के होंगे जो समिति में बाह्य सदस्य के रूप में होंगे.
भारद्वाज ने कहा था आठ सदस्यीय स्कूली परिणाम समिति का गठन 5 मई तक किया जाना चाहिए. स्कूलवार तरीके से अंकों के वितरण एवं संबंधित दस्तावेज को अंतिम रूप देने का कार्य 10 मई तक हो जाए . जिन छात्रों ने वर्ष में पर्याप्त संख्या में टेस्ट में हिस्सा नहीं लिया है, उनका 15 मई तक टेलीफोन या ऑनलाइन माध्यम से मूल्यांकन किया जाए और परीक्षा परिणाम तैयार किया जाए.