झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विशेष आमंत्रित सदस्य रियाजुद्दीन खान ने मांग की है कि संप्रति में लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की तरफ से झारखंड प्रदेश से कम से कम एक अल्पसंख्यक मुस्लिम उम्मीदवार होना चाहिए। प्रदेश में मुस्लिम संप्रदाय की मतदान में बड़ी भूमिका रहती है और वे एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपने राष्ट्र धर्म और लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से पूरी तन्मयता से चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए मतदान करते हैं।
इसमें उनका और अधिक उत्साहवर्धन तब होता जब उन्हें झारखंड से लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता और यह तभी संभव है जब कोई भी राजनीतिक दल अपना बड़ा दिल दिखाते हुए उनकी राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए झारखंड से लोकसभा के चुनाव में कम से कम एक सीट से लड़ने का अवसर प्रदान करते। मेरा संबंध कांग्रेस पार्टी से है और मैं इंडिया गठबंधन का एक अंग हूं इसलिए मैं सबसे पहले तो कांग्रेस पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा से अपील करता हूं कि वह अपना बड़ा दिल दिखाते हुए किसी एक लोकसभा सीट से मुस्लिम को प्रत्याशी बनाए।
सभी राजनीतिक दल और विशेष कर इंडिया गठबंधन के दल सदैव यह दावा करते हैं कि हम अल्पसंख्यकों को उनके जनसंख्या के अनुपात के हिसाब से राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी देंगे परंतु जब मौका आता है तो उनकी जनसंख्या के हिसाब से उनकी भागीदारी नहीं हो पाती है और वर्तमान में तो बिल्कुल ऐसा हो नहीं पा रहा है जिससे अल्पसंख्यकों के मन में निराशा के भाव उत्पन्न हो रहे हैं। हालांकि पहले इस बात का ख्याल रखा जाता था। झारखंड सरकार का भी 5 साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है
किंतु अल्पसंख्यक आयोग को छोड़ दिया जाए तो अभी भी मुस्लिम अल्पसंख्यकों से संबंधित ज्यादातर बोर्ड और निगम का गठन नहीं हो पाया है जिनसे इनका कल्याण हो सके जैसे मदरसा बोर्ड ,वक्त बोर्ड ,अल्पसंख्यक वित्त निगम ,उर्दू अकादमी आदि हैं जिनका अभी तक गठन नहीं हो सका है। 15 सूत्रीय कार्यान्वयन समितियां डेढ़ वर्ष पहले बनी परंतु दुख की बात है कि अभी तक उसकी एक बैठक नहीं हो पाई है। हम लोग लगातार बैठक के लिए दबाव बना रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस नेता रियाजुद्दीन खान ने कांग्रेस आला कमान से और इंडिया गठबंधन से अपील की है कि वह उपरोक्त मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करें और संसदीय राजनीति में अल्पसंख्यकों की भागीदारी सुनिश्चित करें और कम से कम एक लोकसभा क्षेत्र से मुस्लिम उम्मीदवार की घोषणा करें