हमारी अगली पीढ़ी हमें न कोसे इसके लिए यह आवश्यक है कि हम शिक्षा के प्रचार प्रसार के उलगुलान का संकल्प लें और एक शिक्षित समाज के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर शिक्षित और सभ्य समाज के निर्माण में अपना योगदान दे। उक्त बातें उपायुक्त अमित कुमार ने समाहरणालय सभागार में आयोजित जिला स्तरीय विद्यालय चलें- चलाएं अभियान कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों का मूल कारण अशिक्षा है। उन्होंने कहा कि निर्धन व्यक्ति पैसे कमा सकता है लेकिन समय बीत जाने पर लोगो को केवल साक्षर किया जा सकता है। उन्हे शिक्षित नही किया जा सकता है। उपायुक्त ने बाल पंजी के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे की पंजी होनी चाहिए, इससे उसके संबंध में पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। यदि बच्चा प्राथमिक विद्यालय से मध्य विद्यालय में नही पहुंचता है तो बाल पंजी के माध्यम से ही उसके संबंध में पता किया जा सकता है। उन्होंने ग्राम समिति और विद्यालय प्रबंधन समिति के आपस में समन्वय पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जहां विद्यालय प्रबंध समिति और शिक्षक जागरूक होंगे वहां सीमित संसाधनों में भी बेहतर शिक्षा प्रदान किया जा सकता है।उन्होंने पंचायत स्तर पर भी बेहतर शिक्षा का वातावरण बनाने पर जोर दिया। उपायुक्त ने विद्यालय में बेहतर वातावरण बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब बच्चा स्कूल के प्रागंण में पहुंचे तो उसे गर्व महसूस हो, तभी उसको पढ़ने में मन लगेगा। उन्होंने सभी विद्यालयों में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया। उपायुक्त अमित कुमार ने विभागीय समन्वय स्थापित करने का भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को जो भी सरकारी सुविधा का लाभ मिलना है वो समय पर उन्हें प्राप्त हो इसके लिए विभागीय समन्वय बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बाल संसद में स्वच्छता और चुप्पी तोड़ो अभियान जैसे विषय को जोड़ने की आवश्यकता है। बच्चों में असीम संभावनाएं होती है ऐसे में जरूरत है उन्हें अवसर प्रदान करने की। उन्होंने कहा कि विद्यालय चलें-चलाएं अभियान सिर्फ अभियान बनकर न रह जाए। इससे पूर्वी जिला शिक्षा अधीक्षक ने विस्तार से इस अभियान के संबंध में उपस्थित लोगों को अवगत कराया। आज की कार्यशाला में उप-विकास आयुक्त, जिला परिषद् अध्यक्ष, जिला परिषद उपाध्यक्ष, प्रखंडों के प्रमुख, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड संसाधनसेवी, संकुल साधनसेवी एवं जिला कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।