राजद के निशाने पर कन्हैया
जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार बेगूसराय के रहने वाले हैं. चर्चा है कि इस बार वे लोकसभा का चुनाव लड़ सकत हैं. हालांकि उनके नाम को लेकर सस्पेंस बरकार है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने लोकसभा चुनावों के लिए जारी उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट में छात्र नेता कन्हैया कुमार को जगह नहीं दी है. यह इस ओर इशारा करता है कि बिहार में आरजेडी के साथ सीटों के बंटवारे संबंधी बातचीत में गतिरोध है. लेफ्ट पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि उसने आगामी चुनावों में 24 राज्यों में 53 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है और 15 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है.
सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, “आरजेडी के साथ हमारी बातचीत जारी है और बातचीत पूरी होने के बाद ही हम कन्हैया कुमार पर कोई फैसला लेंगे. राज्य एवं प्रदेश इकाइयों, दोनों ने उनके लिए एक सीट चुनी है और हमें देखना होगा कि आरजेडी के साथ बातचीत के क्या नतीजे निकलते हैं.” उन्होंने संकेत दिया कि अगर आरजेडी उनकी मांगों को नहीं मानती है तो उनकी पार्टी नये सिरे से विचार करेगी.
माना जा रहा है कि सीपीआई ने कन्हैया कुमार के लिए बेगुसराय सीट की मांग की है. सूत्रों का कहना है कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव कन्हैया कुमार को सीट दिए जाने के खिलाफ हैं क्योंकि उनकी भूमिहार जाति उनकी पार्टी के पक्ष में नहीं जाएगी. साथ ही आरजेडी का मानना है कि बिहार में एकमात्र लेफ्ट पार्टी जिसकी मौजूदगी और जनाधार ठीक-ठाक है, वह सीपीआई (एमएल) है.