रायपुर -: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोयला घोटाले को लेकर ईडी की टीम ने प्रदेश के 14 जगहों पर छापा मारा है. इनमें कई कांग्रेस नेताओं के यहां भी रेड की गई है, जिनके यहां रेड की गई, उनमें दो कांग्रेस के विधायक और प्रदेश कोषाध्यक्ष भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह 8 बजे एक साथ सभी ठिकानों पर रेड मारी गई. रेड में 80 से ज्यादा अधिकारी शामिल हैं. रायपुर के गीतांजलि नगर, भिलाई, श्रीराम नगर, पंडरी सहित कई जगहों पर यह छापेमारी चल रही है. बताया जा रहा है कि धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 के तहत यह कार्रवाई हो रही है. इससे पहले भी ईडी कई मामले में बिचौलियों, नेताओं और सरकारी अफसरों के यहां रेड कर चुकी है. आरोप है कि 25 रुपए प्रति टन कोयला के हिसाब से उगाही की जा रही थी. पिछले साल सीएम भूपेश बघेल की करीबी आईएएस अधिकारी सौम्या चौरसिया, राज्य के एक आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और कुछ कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया था. हाल ही में खनन अधिकारी शिव शंकर नाग और संदीप कुमार की गिरफ्तारी भी हुई थी. अभी तक कुल 9 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.
जानकारी के अनुसार रविवार की शाम से ही ईडी की टीम रेकी कर रही थी. आज सोमवार को तड़के ईडी टीम ने कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर दबिश दे दी. गौरतलब कि प्रदेश में 24 से 26 फरवरी तक कांग्रेस का महाअधिवेशन होने वाला है, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खरगे सहित कई दिग्गज नेता पहुंचने वाले हैं. महाअधिवेशन के ठीक पहले छापेमारी की इस घटना ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है. इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि बीजेपी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले बड़े स्तर पर प्रदेश के कांग्रेस नेताओं के घर ईडी की रेड से प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है.
वहीं ईडी की छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि महाअधिवेशन में व्यवधान उत्पन्न करने के लिए केंद्र सरकार ने ईडी को भेजा है. केंद्र सरकार ने ईडी का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है. बीजेपी जब भी मुकाबला नहीं कर पाती है तो ईडी, आईटी को भेज देती है. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हम डरेंगे नहीं, झुकेंगे नहीं और शानदार तरीके से महाअधिवेशन संपन्न होगा.