बोकारो: हेडमास्टर के चलते स्कूल बदहाल, बगावत पर उतरा प्रबंधन समिति
बोकारो जिले के जरीडीह चास 3 के उत्क्रमित उच्च विद्यालय की स्थिति बहुत ही दयनीय है, सरकार के सभी नियमों को ठेंगा दिखाते प्रधानाध्यापिका रचना भगत ने प्रत्येक दिन न केवल बिलंब से विधालय आती है बल्कि विधालय संचालन का भार किसी शिक्षक को देकर विधालय से गायब हो जाया करती है कोई भी अधिकारी इस पर संज्ञान नही लेते है, विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष ने कई बार इस समस्या से अधिकारी को अवगत कराया ताकि विद्यालय का पठन पाठन सुचारू रूप से चले लेकिन अध्यक्ष का एक न सुनी गई. यहां तक की विद्यालय में न डस्टर है न चौक.
विद्यालय में सफाई के लिए झाडू तक नही है जबकि उच्च विद्यालय होने के नाते विद्यालय को एसडीजी, एसआरजी मद से एक लाख की राशि मिलती है फिर भी यहां चौक, डस्टर, झाड़ू के लिए छात्रों को बोला जाता है कि तुमलोग खरीद कर ले आओ, इस बात से साफ जाहिर होता है कि यहां जो पैसे आता है उसका बंदरबांट हो जाता है. हद तो तब हो जाती जब स्कूली बच्चों से शौचालय साफ तथा स्कूल में जबरन झाड़ू लगवाई जाती हैं. विद्यालय के छात्रों ने कहा की यहां बिजली की व्यवस्था नहीं है मैम साइंस की शिक्षक है लेकिन आज तक एक भी दिन क्लास रूम में नही गई है मैम पढ़ाती भी नही है हमलोग से ग्राउंड का घास उखारड़ने के लिए बोलती है नही करने से मैम पिटाई करती है विद्यालय में पिटाई करना नियम संगत गलत है
वहीं छात्रा का कहना है कि मैम स्कूल में लेट से आती कभी पढ़ाती नही है कुछ सुविधा भी नही है हमलोग बोलते है फिर भी नही पढ़ाने आती है हमारे विद्यालय में कुछ भी सुविधा नहीं है और मैम 11 बजे तक चली जाती है.
वहीं एक और छात्रा का कहना है की हमलोग को हाथ पकड़ कर बोलती है की बाथरूम तुम लोग साफ करो हाथ पकड़ कर खींचती है साफ करने के लिए. बिजली की भी समस्या है तार गिरा हुआ है, कभी भी करेंट लग सकता है.
वीं की छात्रा का कहना है की हमलोग चौक, डस्टर और झाड़ू मांगते है तो बोलती है तुम लोग खरीद कर लाओ घर से कपड़ा का डस्टर बना के लाओ, यहां तक की 1 क्लास के बच्चे को बोलती है की बाथरूम साफ करो.
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष का कहना है की कितनी बार बोला गया समय से आने के लिए लेकिन हेडमास्टर रचना भगत रोज की तरह बिलंब से आना और प्रभार देकर पहले चले जाना उनका नियति बन गया है, बोलती है तुमको जहां शिकायत करना है करो हमको किसी का डर नही है. अध्यक्ष का कहना है की हमने उपायुक्त महोदय को भी लिखित आवेदन दिया हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है.
आपको बताते चलें की इन सभी मुद्दों को लेकर जब डीईओ जगदीश लकड़ा से पूछा गया तो सुनिए उन्होंने के कहा