भाजपा और आजसू मिलकर लड़ेंगे चुनाव, अमित शाह से मुलाक़ात के बाद सुदेश महतो का ऐलान
नई दिल्ली। झारखंड में भाजपा और आजसू साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली में अमित शाह से मुलाक़ात के बाद सुदेश महतो ने इसका ऐलान किया है। सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड के इतिहास में इतनी ख़राब सरकार कभी नहीं रही, जितनी की वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार है। अगर इस सरकार को नहीं हटाया गया तो झारखंड का विकास रसातल में चला जाएगा।
कितनी सीटों पर लड़ेगी आजसू?
कौन सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा? इस सवाल के जवाब में सुदेश महतो ने कहा कि सबकुछ तय कर लिया गया है, पर अभी ये बताना उचित नहीं होगा। सही समय पर दोनों दल मिलकर इसका ऐलान कर देंगे। सीटों को लेकर दोनों दलों में किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है।
जेडीयू के NDA में शामिल होने पर क्या बोले सुदेश महतो
सुदेश महतो ने बताया कि हमने सिर्फ़ आजसू और बीजेपी के बीच गठबंधन पर बात की है। जेडीयू NDA में शामिल होगा या नहीं, ये बीजेपी और जेडीयू के बीच की बात है। इसपर मैं कुछ बोलूं, ये उचित नहीं होगा। हमारा मकसद इस भ्रष्टाचारी सरकार को हटाकर, झारखंड में विकास की रफ़्तार तेज करना है। हम एक बड़े मकसद को लेकर चल रहे हैं।
कुड़मी वोटरों को एकजुट करने की कोशिश
झारखंड में कुड़मी महतो वोटर करीब 15 सीटों पर जीत या हार का फ़ैसला करते हैं।। भाजपा की कोशिश ओबीसी वोटरों को एकजुट करने की है। जेडीयू नीतीश कुमार की वजह से कुर्मी वोटरों को NDA के पाले में गोलबंद कर सकती है तो आजसू बिखरे हुए कुड़मी वोटरों को एकजुट करने में सक्षम है ।
जयराम महतो फैक्टर का क्या होगा?
महागठबंधन और NDA, दोनों को लगता है कि इस बार सीधी टक्कर होगी। कोई तीसरा या चौथा मोर्चा असरदार नहीं होगा। जयराम महतो की पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। देवेंद्र महतो और अन्य दूसरे बड़े नेताओं से जयराम महतो के अनबन की ख़बर स्थानीय मीडिया में आती रही हैं। सिल्ली से अमित महतो के बारे मे ख़बर थी कि वो जयराम की पार्टी से लड़ सकते हैं। पर वो बातचीत भी फ़िलहाल अधर में है। आरोप है कि जयराम किसी ऐसे नेता को नहीं लेना चाहते जिससे कि उनकी चमक फीकी पड़े या भविष्य में वो नेतृत्व को लेकर चुनौती साबित हो।
साभार पंकज प्रसून के पोस्ट से