-प्रियंका सौरभ तेज़ होती गर्मी, घटते जलस्रोत और बढ़ती कंक्रीट संरचनाओं के कारण पक्षियों के लिए पानी और छांव जैसी बुनियादी ज़रूरतें भी दुर्लभ होती जा रही हैं। परिंदे हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का अभिन्न हिस्सा हैं, और अगर वे गायब हो गए तो यह धरती और भी सूनी हो जाएगी। आधुनिक समाज एसी चलाने में सक्षम है लेकिन पक्षियों के लिए एक कटोरा पानी रखने में असफल। हर व्यक्ति अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास करके इस स्थिति को बदल सकता है — जैसे छत या बालकनी में पानी रखना, पेड़ लगाना, और बच्चों में करुणा की भावना जगाना। यह सिर्फ…
Author: News Desk
आग से बचाव ही जीवन रक्षक कवच है: रामाशीष राम, घटशिला अग्निशमन पदाधिकारी राष्ट्र संवाद संवाददाता सोना देवी विश्वविद्यालय के प्रांगण में आग की घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से 14 से 20 अप्रैल तक देशभर में मनाये जा रहे आग से सुरक्षा हेतु आयोजित किये जा रहे “अग्निशमन सेवा सप्ताह “ के तहत झारखंड राज्य में आग से होने वाली छति को कम करने हेतु अग्निशमन सेवा कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय कुलसचिव महोदय शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे कार्यक्रम में घाटशिला अग्निशमन पदाधिकारी श्री रामाशीष राम ,के साथ श्री…
क्या तृणमूल कांग्रेस में बढ़ रहा अंतर्विरोध ? देवानंद सिंह पश्चिम बंगाल की राजनीति में इस समय एक बड़ा सवाल सिर उठा रहा है—क्या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में सब कुछ ठीकठाक है? यह सवाल केवल विरोधियों या मीडिया विश्लेषकों की उत्सुकता नहीं है, बल्कि पार्टी के भीतर से ही उठ रही असहमतियों, सार्वजनिक बयानों और परस्पर आरोप-प्रत्यारोपों की एक श्रृंखला के बाद राजनीतिक हलकों में ज़ोर पकड़ चुका है। राज्य में एक साल बाद होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र यह अंतर्विरोध न केवल टीएमसी की संगठनात्मक मजबूती पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि नेतृत्व की क्षमता और…
आधी सच्चाई का लाइव तमाशा: रिश्तों की मौत का नया मंच आजकल लोग निजी झगड़ों और रिश्तों की परेशानियों को सोशल मीडिया पर लाइव आकर सार्वजनिक करने लगे हैं, जहां आधी-अधूरी सच्चाई दिखाकर सहानुभूति बटोरी जाती है। ‘सुट्टा आली’ और ‘मुक्का वाली’ जैसे मामलों में देखा गया कि जब दूसरा पक्ष सामने आया, तो पहले समर्थन करने वाले लोग उलझन में पड़ गए। सोशल मीडिया अब इंसाफ़ का मंच नहीं, तमाशा बनता जा रहा है, जहां रिश्ते कंटेंट बनकर बर्बाद हो रहे हैं। इस डिजिटल दिखावे से बाहर निकलने का रास्ता संवाद, संयम और सच्चाई पर आधारित समझदारी है। रिश्तों…
भीख मांगकर देश चला रहे पाकिस्तानी भारत से नफरत नहीं उससे बराबरी करें अजय कुमार,लखनऊ 1947 में पाकिस्तान की बुनियाद हिन्दुओं से नफरत के कारण पड़ी थी। आज करीब 77 वर्षो के बाद भी पाकिस्तान हिन्दुओं के प्रति ऐसा ही रवैया लेकर आगे बढ़ रहा है। पाकिस्तान में जितने भी प्रधानमंत्री या सेना प्रमुख हुए वह भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलते और आतंकवादियों को संरक्षण देते रर्हे। आज भी यह सिलसिला जारी है। इसी परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए पाक की फौजी हुकूमत एक बार फिर पुराना राग अलाप रही है। इस्लामाबाद में हाल ही में हुए प्रवासी पाकिस्तानियों…
डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी मिथिला मनोकामना ज्यौतिष केन्द्र जमशेदपुर झारखंड द्वारा प्रस्तुत राशिफल 🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺🙏🕉️🌺 दैनिक पंचांग एवं राशिफल १९::०४::२०२५ शनिवार षष्ठी+सप्तमी तिथि 🙏🏻 🙏 🕉️ *ॐ नमः शिवाय ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे* 🚩 🌺 *((डा सुधा नन्द झा ज्यौतिषी मिथिला मनोकामना ज्यौतिष केन्द्र जमशेदपुर झारखंड मूल गांव राढ़ी दरभंगा मिथिला मो एवं वाट्सअप नंबर ९४३०३३६५०३(9430336503) दिन में एग्यारह बजे से रात्रि नौ बजे तक सम्पर्क कर सकते हैं परामर्श शुल्क अनिवार्य))* 🙏🙏 🙏 *जिनके विषय में कुछ पूछना चाहते हैं तो उनका नाम उनके पिताजी का नाम जन्म तारीख महीना इसवी…
🙏🌅नमस्कार 🌅🙏 *आपका *राष्ट्र* *आपका *संवाद* *राष्ट्र संवाद पञिका* *राष्ट्र संवाद तीसरे दशक में* *बेमिसाल 25 साल* *राष्ट्र संवाद की मुहिम : सकारात्मक पत्रकारिता बदलें सोच बदलेगा समाज* 🪷जय गणेश 🪷 💐दिनांक 19अप्रैल दिन शनिवार 2025 www.rashtrasamvad.com www.rastrasamvad.com Devanandsingh.com rashtrasamwad. com *********************** Check out rashtrasamvad (@rashtrasamvad1): https://twitter.com/rashtrasamvad1?s=08 ************************* *NOW RASHTRASAMVAD AVAILABLE ON MOBILE APP* JHAHIN2000/1039 *राष्ट्रसंवाद दैनिक:-* JHAHIN01092 *राष्ट्र संवाद नजरिया : 5 मई तक हंगामा के आसार कट्टर से टक्कर सरकार भी तैयार,प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ 40 मौलाना* ************************* ✍🏻 सिंगापुर के रक्षा मंत्री ने इस्तीफा दिया, तीन मई को होने वाले चुनाव में भाग नहीं लेंगे ✍🏻 तेहरान…
राज्यपालों की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट की सख़्ती के मायने देवानंद सिंह भारतीय लोकतंत्र की जटिल संरचना में केंद्र और राज्य के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए संविधान ने अनेक सुरक्षा तंत्र स्थापित किए हैं। इन्हीं में से एक है राज्यपाल की संस्था, जिसे संविधान ने एक ‘संवैधानिक प्रमुख’ के रूप में परिभाषित किया है, लेकिन हाल के वर्षों में यह संस्था कई बार राजनीतिक विवादों के केंद्र में रही है, विशेष रूप से उन राज्यों में जहां विपक्षी दलों की सरकारें हैं। इसी संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया है, जो न…
एचकेआरएनएल कर्मचारियों की दुर्दशा: सरकारी व्यवस्था का एक और छलावा “एचकेआरएनएल कर्मचारियों की अनदेखी: सरकार की नीतियों का शिकार मेहनतकश वर्ग” जब भी हरियाणा विधानसभा में खाली सरकारी पदों को भरने की मांग उठती है, सरकार इन कर्मचारियों को केवल आंकड़ों की बाजीगरी में इस्तेमाल करती है। सरकार यह दिखाने का प्रयास करती है कि उसने रोजगार उपलब्ध करा दिया है, लेकिन वास्तविकता में इन कर्मचारियों को केवल अल्पकालिक संविदा पर रखा जाता है। सरकार को तुगलकी फरमान वापस लेना चाहिए और इन कर्मचारियों के लिए नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यदि सरकार इस दिशा में कदम नहीं उठाती,…
राज्यपालों की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट की सख़्ती के मायने देवानंद सिंह भारतीय लोकतंत्र की जटिल संरचना में केंद्र और राज्य के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए संविधान ने अनेक सुरक्षा तंत्र स्थापित किए हैं। इन्हीं में से एक है राज्यपाल की संस्था, जिसे संविधान ने एक ‘संवैधानिक प्रमुख’ के रूप में परिभाषित किया है, लेकिन हाल के वर्षों में यह संस्था कई बार राजनीतिक विवादों के केंद्र में रही है, विशेष रूप से उन राज्यों में जहां विपक्षी दलों की सरकारें हैं। इसी संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया है, जो न…