बामणडीहा के अतहर अली बने किसानों के प्रेरक, 2 एकड़ बंजर भूमि को कर दिखाया हरियाली
निजाम खान
जामताड़ा: कहा जाता है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती|कोशिश करने से असंभव को भी संभव किया जा सकता है|ऐसा ही जामताड़ा जिला के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत बामणडीहा निवासी किसान अतहर अली ने कर दिखाया है| बता दे अतहर अली का दुधानी मौजा में 2 एकड़ जमीन बंजर अवस्था में पड़ा हुआ था|जिसको किसान अतहर अली ने इन दिनों हरियाली कर दिखाया है| वे बताते हैं कि वह 2 वर्ष पूर्व बंजर पड़ी जमीन पर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से हिमसागर, आम्रपाली सहित आदि लगभग 350 आम के पौधे लाकर लगाया| जिसका नतीजा यह हुआ कि आज बंजर पड़ा जमीन हरियाली में तब्दील हो गया | आम के गाछ में फल आ गया है |उन्होंने कहा कि आज से कुछ वर्ष पूर्व जब वे अपने बंजर जमीन को देखते थे तो मन में दुख होता था कि इस बंजर जमीन अगर कृषि योग्य रहता तो मेरा इससे अच्छी खासी आमदनी होता| यह बात हमेशा उनके मन में खटकती| ऐसा करते करते 1 दिन ऐसा हुआ कि उसके मन में बंजर पड़ी जमीन को हरियाली करने की इच्छा जग गई | इसके बाद वह बिना किसी सरकारी लाभ प्राप्त किए हैं बंजर पड़ी जमीन को हरियाली में तब्दील कर दिखाया| उन्होंने कहा कि वह आम बगवान के बीच खाली पड़े जमीन पर अंतर वर्गीय माध्यम से टमाटर, लौकी, मिर्च, तरबूज, करेला ,बैगन आदि सब्जियों की भी खेती की है|जिससे उसको अच्छी खासी इन दिनों आमदनी प्राप्त हो रही है |उन्होंने कहा कि कोई भी किसान अगर मन में ठान ले कि हमें खेती से अच्छी खासी आमदनी करना है तो वह कर सकते हैं| कोई जरूरी नहीं कि उसे सरकारी लाभ मिले तभी वह इस काम को सफल कर सकते हैं| उन्होंने आसपास के किसानों से अपील करते हुए कहा अगर किसी के भी बंजर अवस्था में खाली जमीन पड़ा हुआ है तो आप उसे जरूर हरियाली में तब्दील करें| इससे एक आमदनी की अच्छी स्रोत प्राप्त होगी| गौरतलब है कि वह इस काम को बिना सरकारी लाभ के माध्यम से ही कर दिखाया है |जिससे इन दिनों अतहर अली चर्चा में है| किसानों में चर्चा हो रही है बंजर पड़ी जमीन को आखिर उसने हरियाली कर ही दिखाया| इससे बामणडीहा सहित आसपास के किसान अतहर अली से कृषि के प्रति प्रेरणा ले रहे हैं|