युवक शव मिलते ही परिजनों में मचा कोहराम
गुस्साये ग्रामीणों ने शव को बांध पर रख लखमिनियां-मसुदनपुर पथ को घंटों किया जाम
कृष्ण कुमार बलिया
बलिया. थाना क्षेत्र के लखमिनियां-मसुदनपुर पथ पर रविवार की देर शाम बाइक सहित डूबे युवक का शव सोमवार की सुबह एसडीआरएफ टीम के द्वारा बरामद कर लिया गया है. शव के बरामद होते ही घटनास्थल पर मौजूद परिजनों में कोहराम मच गया. जबकि गुस्साये ग्रामीणों ने शव को सनहा-गोरगामा बांध के चचियाही ढाला पर रख धरना पर बैठ गये. साथ ही पीडि़त परिवार को 20 लाख मुआवजा, पत्नी को सरकारी नौकरी एवं चेचियाही ढाब में पूल निर्माण का लिखित देने की मांग करने लगे.
जिसका नेतृत्व आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता शहजादुज्जमा उर्फ शैफी के द्वारा किया जा रहा था. मृतक के शव को पोस्टमार्टम में नहीं जाने देने की सूचना पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष रामकुमार सिंह, बीडीओ सन्नी कुमार, सीओ रवि कुमार के द्वारा काफी समझाने के बाद भी नहीं माने. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे विधायक सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव, प्रखंड प्रमुख ममता देवी, पंसस सुभाष राय, गोपेश कुमार, ताजपुर पंचायत के मुखिया शिवनंदन कुमार उर्फ शिवदानी, नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद अरविंद कुमार यादव, जदयू नेता अमर कुमार, सरफराज आलम, आनंदी महतो, कांग्रेस नेता राकेश सिंह, जाप नेता सह वार्ड पार्षद अविनाश कुमार, बलवंत कुमार, सुमित कुमार आदि के द्वारा काफी समझाया गया. बावजूद प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अडे़ रहे. अंततः प्रमुख द्वारा अंतिम संस्कार के लिये एक लाख की घोषणा एवं आपदा के तहत शीघ्र राशि दिलाने केये साथ पत्नी को सरकारी नौकरी देने के अश्वासन पर पुलिस के द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिये ले जाया गया.
*शव मिलते ही परिजनों में मंचा कोहराम*
रविवार की देर शाम चेचियाही ढाब में डूबे भवानंदपुर पंचायत के साहपुर निवासी अमरजीत ठाकुर के शव को एसडीआरएफ के द्वारा निकाले जाने के बाद परिजनों में कोहराम मंच गया. पत्नी अंजली कुमारी सहित माता सोना देवी के साथ परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. जबकि मृतक का डेढ वर्षीय पुत्र अपने पिता के शव को एक टक निहार रहा था. परिवार के लोग पत्नी एवं माता को सम्भालने के प्रयास कर रहे थे.
लोगों ने कहा चेचियाही ढाब में पुल बन जाती तो बच सकती थी युवक की जान
मौके पर मौजूद दर्जनों लोग एक शब्द में स्थानीय प्रशासन को कोस रहे थे. लोगों का कहना था कि जो पूल वर्तमान में बांध से सटे बन रहा है. वह अगर चेचियाही ढाब में बन जाती तो युवक की जान बच सकती थी. लोगों ने बताया कि प्रत्येक वर्ष बाढ़ के दिनों में चेचियाही ढाब में डूबने से लोगों की मौत हो रही है. प्रशासन एवं पथ निर्माण विभाग के अधिकारी मौन धारण किये हुये हैं. जबकि एक पूल भी आया तो ढाब में बनाने के बजाय उसे बांध के बगल में बना दिया गया. जिसकी अभी कोई जरूरत नहीं थी.