टेल्को पुलिस की कार्य संस्कृति ने एक बार फ़िर से पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाने को मज़बूर कर दिया है। हॉफ मर्डर, छिनतई, मारपीट और अपहरण का प्रयास करने के मामले में आरोपी जब थाना में दारोगा जी के संग बड़े ठाठ से बैठकर पुलिसिया चाय और नाश्ते का आनंद ले तो ये सवाल उठना लाज़मी है। इस आशय में पुलिसिया कार्यसंस्कृति पर चिंता ज़ाहिर करते हुए जमशेदपुर महानगर भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी अंकित आनंद ने राज्य के पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय और जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे को पत्र लिखकर अविलंब कार्यवाई की माँग की है। भाजपा नेता ने केंद्रीय गृह सचिव के अलावे जिले के उपायुक्त को भी पत्र लिखकर इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
दरअसल रविवार की शाम टेल्को थाना परिसर में शांति समिति से जुड़े लोगों द्वारा टेल्को थाना के नए इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मंडल का स्वागत और निवर्तमान थाना प्रभारी शंकर ठाकुर का विदाई समारोह आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में रजत सिंह नामक व्यक्ति भी बढ़चढ़कर शिरकत करते देखें गए। रजत सिंह टाटा मोटर्स कंपनी के सुरक्षा विभाग से जुड़े अफ़सर हैं। बीते 04 फ़रवरी को स्कूलों में व्याप्त आर्थिक भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ शिक्षा सत्याग्रह चला रहे नेताओं के संग सुनियोजित षड्यंत्र के तहत मारपीट की घटना को रजत सिंह ने ही अपने तीस-पैंतीस समर्थकों के संग अंजाम दिया था। इस घटना में घायल भाजपा नेता अंकित आनंद को काफ़ी चोटें आयी थी और उन्हें एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह घटना टेल्को पुलिस की मौजूदगी में ही टाटा मोटर्स से जुड़े अफसरों ने अंजाम दिया था। बाद में अंकित आनंद के एक केस के ज़वाब में टाटा मोटर्स की ओर से दबाव बनाने के लिए टेल्को थाना में तीन-तीन काउंटर केस करवाये गयें। घटना के लगभग बीस दिन के बाद अचानक यह प्रकरण ताज़ा हो गयी है। भाजपा नेता ने इसे जख्मों पर नमक छिड़कने की तरह संगीन करार दिया है। उन्होंने अपने पत्र में जिक्र किया कि टेल्को पुलिस के अधिकारी टाटा मोटर्स के अफसरों को बचा रहे हैं। जिसे गिरफ़्तार कर जेल भेजी जानी चाहिए थी वैसे अभियुक्त को टेल्को थाना में बैठाकर चाय-नाश्ता परोसकर सत्कार किया जा रहा है। अंकित आनंद ने पुलिस प्रशासन के वरीय अफसरों से इस विषय पर पत्र लिखकर चिंता व्यक्त करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाई की गुहार लगाई है। उन्होंने आशंका जताया है कि पुलिस दोषियों को बचाना चाहती है और उनके (अंकित) के केस को कमज़ोर करने में जुटी है। एकबारगी रविवार को टेल्को थाना में हुए इस घटनाक्रम पर गौर करें तो भाजपा नेता के आरोप सही और वाज़िब ही लगतें हैं। क्या किसी ग़रीब या बिना रसूख और पैरवी वाले आम अभियुक्त को पुलिस ऐसी आवभगत करेगी ? वे तो कमज़ोर लोगों पर अपना क़ानूनी डंडा चलाती है। अब जब टेल्को के ही पूर्व दारोगा जी और नए-नए आये इंस्पेक्टर साहब का ही वरदहस्त आरोपित को प्राप्त हो गया हो, तो ऐसे में किससे ही न्याय की अपेक्षा की जाए। अंकित ने कहा कि पुलिस की यह कार्यप्रणाली स्वस्थ्य समाज के हितकर नहीं है। उन्होंने कहा कि वरीय पदाधिकारियों को ई-मेल के ज़रिए पत्र लिखकर इस विषय में अवगत कराया गया है। यदि दोषी पुलिस अफसरों पर किसी तरह की अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं होती है तो वे न्याय के लिए कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रजत सिंह और टाटा मोटर्स के कई अफसरों पर टेल्को थाना में आधा दर्ज़न से अधिक केस वर्षों से दर्ज़ है। आजतक इन मामलों में अभियुक्तों की ना तो गिरफ्तारी ही हुई और ना ही पुलिस की जाँच पूरी हुई है। भाजपा नेता ने अपने पत्र के साथ में थाना प्रभारी के संग मंच साझा कर रहे अभियुक्त रजत सिंह की तस्वीरें भी वरीय अधिकारियों को साक्ष्य के रूप में सौंपी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में ज़रूर संज्ञान लिया जाएगा।