आर्थिक, सामाजिक ,राजनीतिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में फैले चरम अवक्षय का निदान है आनन्द मार्ग:आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत
जमशेदपुर 29 दिसम्बर।
कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न वैश्विक् महामारी जैसे विकट स्थिति में भी आनंद मार्ग के स्वयंसेवकों का हौसला को बढ़ाने के लिए आज
निकटवर्ती आनंद नगर में आनंद मार्ग सेवादल का स्थापना दिवस धूमधाम से मानव मित्र भवन में मनाया गया। जमशेदपुर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों से काफी संख्या में नवयुवक भाग ले रहे हैं भारत सरकार के कोरोना से संबंधित गाइडलाइन का पालन करते हुए आनंद मार्ग प्रचारक संघ के पुरोधा प्रमुख श्रद्धेय आचार्य विश्वदेवानन्द अवधूत ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि *आज संपूर्ण मानव जाति जीवन के आर्थिक सामाजिक ,राजनीतिक, सांस्कृतिक सभी क्षेत्रों में चरम अवक्षय और भ्रष्टाचार का सामना कर रहा है* इस स्थिति से त्राण केवल आनंद मार्ग सेवादल ही अपने साधना, सेवा तथा त्याग पर आधारित अनुशासित जीवन शैली द्वारा दे सकता है। आनंद मार्ग सेवा दल के स्वयंसेवकों को प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं में बचाव तथा राहत कार्य आत्मरक्षा के तरीके स्वप्रबंधन व्यक्तित्व निर्माण समग्र स्वास्थसुख प्राप्ति के लिए समन्वित चिकित्सा तथा जनसेवा कल्याणकारी कार्यों का शिक्षा हमेशा दी जाती है ताकि वे किसी भी विकट परिस्थिति का सामना आसानी से करके समाज को राहत पहुंचा सके। इस कार्यक्रम में आनंद मार्ग प्रचारक संघ के महासचिव आचार्य चित्स्वरूपानंद अवधूत जनसंपर्क सचिव आचार्य हरीशानंद अवधूत आनंद मार्ग सेवादल के आचार्य युक्तात्मानंद अवधूत ,आचार्य सर्वागानंद अवधूत तथा अन्य लोगों ने भी भाग लिया।