दिल्ली. हिमालयीन क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के चलते बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों की ओर बह रही हैं. जिस कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के राज्यों में ठंड काफी बढ़ गई है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले हफ्तों में तापमान और लुढ़केगा. अभी दिन में धूप निकल रही है, लेकिन आगामी दिनों में सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनसुार दिन में भी कोहरा छाया रहेगा.
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर बना हुआ है. इस बीच 2 दिसंबर से एक ताकतवर पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में कंपाने वाली ठंड पडऩे लगी है. वहीं दिसंबर के शुरू होने के साथ सर्दी और बढ़ सकती है. राज्य के ज्यादातर जिलों में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री के नीचे जा सकता है. इसके अलावा जिलों में शीतलहर भी चलने का अनुमान जताया गया है. वर्तमान में राजस्थान पर बने प्रतिचक्रवात के असर से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है, जिसके चलते मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में रात एवं दिन के तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है.
पश्चिमी विक्षोभ के असर से हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख में बर्फबारी होने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे पर सर्द हवाएं मैदानों की ओर आएंगी जिसके बाद चार दिसंबर से मैदानी इलाकों सहित प्रदेश के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और ठिठुरन वाली सर्दी का दौर शुरू होगा. जम्मू-कश्मीर में न्यूनतम पारा शून्य से नीचे चला गया है.
मौसम विभाग के अनुसार श्रीनगर में रात को न्यूनतम तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे कम तापमान है. वहीं दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर में से एक पहलगाम पर्यटक रिजॉर्ट में तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा और इसी के साथ यह घाटी में सबसे ठंडा स्थान रहा. उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में भी पारा 5 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया.