उप विकास आयुक्त जामताड़ा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग का आहूत मासिक समीक्षात्मक बैठक संपन्न
आज दिनांक 08.09.2022 को उप विकास आयुक्त जामताड़ा श्री अनिलसन लकड़ा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग का मासिक समीक्षात्मक बैठक आहूत किया गया।
बारी बारी से विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श कर दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश
बैठक में गर्भवती महिलाओं के लिए प्रथम एवं चतुर्थ एएनसी (एंटीनेटल केयर टेस्ट), संस्थागत प्रसव, चाइल्ड हेल्थ टीकाकरण, यक्ष्मा नियंत्रण, कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, मलेरिया, फाइलेरिया, अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम, कोविड 19 टीकाकरण सहित अन्य बिंदुओं पर बारी बारी से समीक्षा किया गया।
बैठक में बताया गया कि जिला अंतर्गत कुल 04 स्वास्थ्य ब्लॉक हैं जिसके तहत गर्भवती महिलाओं के प्रथम एएनसी चेकअप में वार्षिक लक्ष्य 25950 के विरुद्ध माह अगस्त तक 9037 तथा चतुर्थ एएनसी चेकअप में 7796 का चेकअप किया गया है। वहीं संस्थागत प्रसव में वार्षिक लक्ष्य 23356 के विरुद्ध माह अगस्त तक 6486 संस्थागत प्रसव कराया गया है।
वहीं बच्चों के लिए चलाए जा रहे फुल इम्यूनाइजेशन में अब तक 7396 बच्चे का टीकाकरण किया गया है।
फैमिली प्लानिंग में अपेक्षित प्रगति लाने का मिला निर्देश
फैमिली प्लानिंग को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत विभिन्न कैटेगरी में अपेक्षित प्रगति नहीं रहने पर उप विकास आयुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को इसका प्रचार प्रसार करने एवं लोगों को जागरूक करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
*यक्ष्मा से ग्रसित 248 लोग हुए अब तक रोगमुक्त*
वहीं यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बताया गया कि जिले में अब तक कुल 553 यक्ष्मा से ग्रसित नए रोगियों की खोज की गई जिसमे से इलाज के उपरांत 248 रोग मुक्त हो गया। वर्तमान में 353 रोगी यक्ष्मा पॉजिटिव हैं जिनका इलाज चल रहा है। वहीं अब तक कुल 3086 मरीजों के बलगम का नमूना जांच किया गया है।
वहीं कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम में कुल 152 रोगियों का खोज किया गया एवं इलाज किया जा रहा है तथा 34 मरीज कुष्ठ रोग से मुक्त हो गए। वहीं बताया गया कि जिले में मलेरिया एवं कालाजार से ग्रसित कोई भी रोगी पॉजिटिव नहीं हैं। जिले में कुल 18 फाइलेरिया से ग्रस्त रोगियों की पहचान की गई, जिसका इलाज किया जा रहा है।
वहीं अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम के तहत अब तक 152 स्कूली बच्चों के नेत्र जांच किए जा चुके हैं। जिले में मोतियाबिंद से ग्रसित मरीजों की कुल संख्या 129 है। जबकि 33 व्यक्तियों के द्वारा नेत्र दान की इच्छा व्यक्त की गई। साथ ही अब तक बाह्य विभाग में अब तक 1931 रोगियों का नेत्र जांच किया गया है। जिसमे से 1038 व्यक्ति में दृष्टि दोष पाए गए हैं।
अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ बनाएं
उप विकास आयुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने, अस्पताल में साफ सफाई, चिकित्सक की उपलब्धता, स्वास्थ्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति, अस्पताल में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी ली गई तथा अस्पताल में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के तत्काल निष्पादन एवं अस्पताल को सुंदर एवं स्वच्छ बनाए रखने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
कोविड 19 टीकाकरण से छूटे लाभुकों का टीकाकरण हेतु निर्देश
वहीं बैठक में कोविड 19 टीकाकरण में जिले की स्थिति की प्रखंडवार उन्होंने समीक्षा की। जिसमें उन्होंने पाया कि निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में प्रथम डोज 95 प्रतिशत एवं द्वितीय डोज केवल 65 प्रतिशत व्यक्तियो के द्वारा लिया गया है वहीं प्रिकॉशन डोज में और भी स्थिति खराब है। 15 से 17 आयु वर्ग में कुल लक्ष्य के विरुद्ध 46 प्रतिशत बच्चों को प्रथम डोज एवं 27 प्रतिशत को दूसरा डोज दिया गया है। वहीं 12 से 14 आयु वर्ग में कुल लक्ष्य के विरुद्ध 51 प्रतिशत को प्रथम डोज तथा 26 प्रतिशत को दूसरा डोज लगाया गया है। टीकाकरण में अपेक्षित प्रगति नहीं रहने के कारण उप विकास आयुक्त ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि कोविड का खतरा अभी भी पूरी तरह से नहीं टला है। जिस जिस क्षेत्र में लोगों ने अपना टीकाकरण नहीं करवाया है, वहां मोबिलाजेशन के साथ साथ टीकाकरण हेतु विशेष कैंप लगाएं।
इसके अतिरिक्त बैठक में सिविल सर्जन के द्वारा अस्पताल से जुड़ी विभिन्न समस्याओं से उप विकास आयुक्त को अवगत कराया गया। जिस पर उन्होंने विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावा सिविल सर्जन डॉ एस के मिश्र, एसीएमओ, वीसीसीएम,SMO WHO, डॉ D C मुंशी, कुंडहित MOIC, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, डीपीएम संगीता लुसी बाला एक्का, श्री अनितेश आनंद, सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे।